उत्तराखंड

किच्छा पुलिस की बड़ी लापरवाही, चोरी की घटना को गुमशुदगी में किया दर्ज

कलयुग दर्शन (24×7)

सरविन्द्र कुमार (प्रधान संपादक)

किच्छा कोतवाली पुलिस का कारनामा सामने आया है जिसमे चोरी गए दो मोबाइल फोन के शिकायती पत्र को पीड़ित व्यक्ति से बदलवा कर गुमशुदगी में तब्दील कराने के बाद शिकायती पत्र रिसीव किया। कोतवाली पुलिस अपनी नाकामी से इतनी परेशान हैं कि आपराधिक घटनाओं को छुपाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।

पुलिस के कारनामे में देखिए कि नगर के वार्ड नंबर 16 विकास कॉलोनी निवासी अमरपाल पुत्र लालता प्रसाद ने बताया कि बीती 10 अगस्त की आधी रात्रि में अज्ञात चोरों द्वारा उसके घर में रखें दो मोबाइल फोन चोरी कर लिए तथा दुकान की बिक्री के रखे 16000 रुपए भी लेकर संपत हो गए। सुबह आंख खुलने पर प्रार्थी को चोरी का पता लगा। पीड़ित अमरपाल ने बताया की वह सुबह दोनों मोबाइल फोन एवं नगदी चोरी होने की तहरीर लेकर कोतवाली पहुंचा। पुलिस को चोरी की घटना से अवगत कराते हुए रिपोर्ट दर्ज करने की गुहार लगाई।

अमरपाल का कहना है कि चोरी की तहरीर पर कोतवाली पुलिस आग बबूला हो गई। उसको डांटते फटकारते हुए कहा कि मोबाइल फोन चोरी के स्थान पर मोबाइल फोन गिरकर खो गए की तहरीर लिखवा कर लाए तभी शिकायती पत्र रिसीव किया जाएगा। पुलिस की डांट फटकार से सहमें अमरपाल ने पुलिस के कहने के अनुसार अपने चोरी गए दोनों मोबाइलों फोन की तहरीर बदलवा कर गिरकर खो गए में तब्दील कराई तब जाकर पुलिस ने उसके शिकायती पत्र को रिसीव किया। पीड़ित अमरपाल का कहना है कि पुलिस ने चोरी गयी 16 हजार की नगदी का शिकायती पत्र में जिक्र करने को मना कर दिया।

पुलिस की घुड़की से भयभीत पीड़ित ने पुलिस के कहे अनुसार चोरी की घटना को मजबूरी में गिर कर खोने में तब्दील कराते हुए पुलिस को शिकायती पत्र सौंपा तब पुलिस ने शिकायत दर्ज करते हुए उसके शिकायती पत्र पर मोहर लागाई। पीड़ित अमरपाल ने दोनों तहरीरों को पत्रकारों को दिखाते हुए बताया कि उसके चोरी गए 16 हजार रुपए की नगदी कौन दिलाएगा क्योंकि पुलिस ने 16 हजार रुपए की नगदी चोरी जाने की बात किसी से न कहने की भी धमकी दी है। सवाल उठता है कि पुलिस कब तक अपनी नाकामियों को छुपाती रहेंगी।




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