उत्तराखंडप्रशासन

चंपावत: बच्चे को उपचार न मिलने पर अस्पताल गेट में धरने पर बैठा युवक, अस्पताल में हंगामा, मौके पर पहुंची पुलिस

चिकित्सा स्टाफ ने अभद्रता करने का युवक पर लगाया आरोप

कलयुग दर्शन (24×7)

नदीम सलमानी (संपादक)

चंपावत। गुरुवार सुबह 8:00 बजे लोहाघाट के सुई गांव का एक युवक दिनेश चंद्र चौबे अपने 8 वर्षीय पुत्र शिवम का उपचार कराने लोहाघाट उप जिला चिकित्सालय पहुंचा लेकिन काफी देर तक बच्चे को उपचार न मिलने पर आक्रोशित युवक बच्चे सहित अस्पताल गेट में धरने पर बैठ गया। दिनेश चंद्र ने अस्पताल स्टाफ पर अभद्रता करने का आरोप लगाते हुए कहा जब वह अपने बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंचा तो किसी भी डॉक्टर व स्टाफ नर्स के द्वारा इमरजेंसी में भी उनके बच्चे का उपचार नहीं किया गया। आधे घंटे तक उन्हें इधर से उधर दोड़ाया गया। ड्यूटी में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं मिला।

उन्होंने डीएम चंपावत व सीएमओ से लोहाघाट अस्पताल की व्यवस्थाओं को सुधारने तथा आरोपी स्टाफ पर कार्यवाही करने की मांग की है। वही युवक के धरने में बैठने व बच्चे का उपचार न किए जाने से अस्पताल में हंगामा हो गया। काफी देर तक दोनों पक्षों में बहस होती रही। वहीं अस्पताल स्टाफ के द्वारा पुलिस को सूचना दी गई। जिसके बाद लोहाघाट थाने से मौके पर पुलिस पहुंची।

वहीं युवक ने पुलिस टीम पर भी डराने धमकाने व अभद्रता करने का गंभीर आरोप लगाया है। तो वहीं अस्पताल स्टाफ के द्वारा युवक पर गाली गलौज व अभद्रता करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। डॉक्टर दीक्षा ने बताया युवक के द्वारा अस्पताल स्टाफ के साथ अभद्रता व गाली गलौज की गई। युवक के द्वारा लगाए गए सभी आरोप निराधार है। लगभग एक घंटा चले हंगामे के बाद किसी तरह मामले को शांत किया गया तथा बीमार बच्चे का उपचार किया गया।

दोनों पक्षों के द्वारा एक दूसरे के खिलाफ लोहाघाट थाने में तहरीर दी गई है। वहीं सीएमओ चंपावत डॉक्टर देवेश चौहान ने कहा मामला संज्ञान में आया है सीएमएस से मामले की जानकारी लेकर मामले की जांच की जाएगी। वही लोहाघाट अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर सोनाली मंडल ने कहा युवक के द्वारा लगाए गए सभी आरोप निराधार है। युवक के द्वारा चिकित्सा स्टाफ के साथ अभद्रता की गई। उन्होंने कहा गलतफहमी के चलते यह घटना हुई है। वहीं अस्पताल स्टाफ के द्वारा पुलिस को मामले की सूचना दे दी है। दोनों पक्ष एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं।

इस घटना से अस्पताल स्टाफ में काफी आक्रोश है। वही दिनेश चंद्र चौबे ने कहा इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से की जाएगी। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री के जिले में अस्पताल की व्यवस्थाएं बदहाल हो चुकी है। लोगों को समय पर उपचार तक नहीं मिल रहा है तथा मरीजों को डराया धमकाया जा रहा है इसके अलावा मौके पर मौजूद युवक के पिता चंद्रकांत चौबे ने कहा वह अपने बीमार पोते को अस्पताल में दिखाने लाए पर उसे वहां उपचार नहीं दिया गया। अगर समय पर उपचार किया गया होता तो धरने में बैठने की नौबत ही क्यों आती। उन्होंने मामले की जांच की मांग की है।

युवक के द्वारा मामले की जांच को लेकर डीएम, एसपी चंपावत तथा सीएमओ को ज्ञापन दिया है तथा आरोपियों पर कार्यवाही की मांग की है। अब मामला क्या हुआ गलती किसकी थी यह तो जांच का विषय है। फिलहाल अस्पताल प्रबंधन इलाज न करने के गंभीर आरोप लगे हैं अस्पताल प्रबंधन की इस लापरवाही पर क्षेत्र में काफी आक्रोश है।




[banner id="7349"]

Related Articles

Back to top button