कलयुग दर्शन (24×7)
सरविन्द्र कुमार (प्रधान संपादक)
देहरादून। मानसून सीजन के दौरान अतिवृष्टि, भूस्खलन, बादल फटने की घटना में अलर्ट रहने और प्रभावी कदम उठाने के लिए एसडीआरएफ के सेनानायक मणिकांत मिश्रा ने कार्मिकों को दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने SDRF वाहिनी जॉलीग्रांट में मानसून सीजन की तैयारियों को लेकर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की। मॉनसून सीजन को देखते हुए राज्य भर में SDRF की 15 रेस्क्यू टीमों और 60 सब-टीमों को तैनात किया गया है।
मैदानी क्षेत्रों में संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को चिन्हित करने के निर्देश दिए। गढ़वाल में हरिद्वार और ऋषिकेश और कुमाऊं के उधमसिंहनगर, नैनीताल और टनकपुर में रेस्क्यू टीमों को फ्लड उपकरणों के साथ अलर्ट मोड पर रखने के निर्देश दिए गए। SDRF वाहिनी जौलीग्रांट बटालियन हेडक्वार्टर में 02 टीमों को बैकअप के लिए आवश्यक उपकरणों के साथ अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया।
लैंडस्लाइड और बादल फटने की घटनाओं के मद्देनजर 09 रेस्क्यू टीमों और 26 सब-टीमों को पहाड़ी क्षेत्रों में तैनात किया गया है। संचार विहीन क्षेत्र में सेटेलाइट फोन का उपयोग करने के निर्देश दिए गए। SDRF की सभी टीमें सतर्क और तैयार हैं। सभी आवश्यक उपकरणों और संसाधनों से सुसज्जित हैं। जीरो कैजुल्टी अप्रोच के साथ राहत और बचाव कार्य प्रभावी ढंग से किया जा सके इसके लिए सभी तैयारियां पूरी है।
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