चार अक्तूबर से प्रदेश भर में कार्य बहिष्कार करेंगे डॉक्टर, मांगे पूरी न होने तक जारी रहेगा आंदोलन
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नरेश कुमार मित्तल (संवाददाता)
प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ के आह्वान पर सरकारी अस्पतालों में कार्यरत डॉक्टरों ने मांगों के समर्थन में मसूरी उप जिला चिकित्सालय में कार्यरत डॉक्टरों ने काली पटटी बांधकर अपना विरोध दर्ज कराया।
इस मौके पर डॉक्टर खजान सिंह चौहान और डॉक्टर अभिनव वैदिक ने कहा कि प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ (पीएमएचएस) ने लंबित मांगों को लेकर चार अक्तूबर से कार्य बहिष्कार करने का ऐलान किया है।
प्रदेश भर के डॉक्टरों ने काली पट्टी बांध कर सांकेतिक विरोध शुरू कर दिया है। संघ ने चेतावनी दी कि चरणबद्ध तरीके से आंदोलन चलाया जाएगा।
मांगों का समाधान न होने तक आंदोलन वापस नहीं लिया जाएगा। संघ को अगले सप्ताह सचिवालय में लंबित मांगों पर बैठक करने का आश्वासन देने पर 23 सितंबर से प्रस्तावित हड़ताल को स्थगित करने का निर्णय लिया।
वहीं, संघ ने शासन स्तर पर मांगों का समाधान न होने पर चार अक्टूबर से प्रदेश भर में कार्य बहिष्कार का एलान किया। तब तक डॉक्टरों का सांकेतिक विरोध जारी रहेगा।
संघ की मांग है कि शीघ्र ही डीपीसी और एसडीएसीपी के आदेश जारी किए जाएं। इसके अलावा पर्वतीय क्षेत्रों में तैनात सभी विशेषज्ञ डॉक्टरों को राजकीय मेडिकल कॉलेजों की तर्ज पर 50 प्रतिशत प्रोत्साहन राशि दी जाए।
अल्मोड़ा, नैनीताल व टिहरी जिला मुख्यालय व मसूरी को पूर्व की भांति दुर्गम में चिन्हित किया जाए। पीजी करने वाले डॉक्टरों को पूरा वेतन देने और दंत चिकित्सकों का समायोजन किया जाए।
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