उत्तराखंडदुखद

चमोली: भेंकलताल में बादल फटने के कारण प्राणमती नदी एवं पिण्डर नदी का रौद्र रुप, पिंडर घाटी में जनजीवन अस्त-व्यस्त

कलयुग दर्शन (24×7)

सागर कुमार (सह संपादक)

पिंडर घाटी में भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया हैं। लगातार हो रही बारिश से पिंडर नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण सरस्वती शिशु मंदिर थराली, बेतालेश्वर महादेव मंदिर, पिंडर पब्लिक स्कूल, रामलीला मैदान तथा नदी किनारे रहने वाले लोगो के घरों में पानी, मलवा, पत्थर भर गया। जिस कारण लोगों ने भाग कर अपनी जान बचाई।

पुलिस और प्रशासन की टीम थराली मुख्य बाजार, केदारबगड़, राड़ीबगड़, बुसेड़ी पुल में रात भर लाउड स्पीकर से लोगों को नदी से दूर रहने की अपील करते रहे।

थराली-देवाल मोटर मार्ग पर स्टेट बैंक के पास सिंचाई विभाग द्वारा 6 माह पूर्व लगाए गए पुस्ते के ढ़ह जाने के कारण सड़क बड़े वाहनों के लिए बंद हो गई है।

वहीं भेंकलताल में बादल फटने के कारण प्राणमती नदी उफान पर आने से थराली गाँव देवलग्वाड़, पेनगढ़, सूना को जोड़ने वाला लकड़ी का पुल तथा थराली गाँव का 200 साल पुराना शिवालय एवं कई हेक्टर कृषि भूमि इसकी चपेट में आने से बह गई।

वही थराली डुंग्री मोटर मार्ग जगह-जगह मलवा आने से बंद हो गया है, जिस कारण सोल क्षेत्र का संपर्क विकासखंड मुख्यालय से कट गया है और राजकीय महाविद्यालय तलवाड़ी, राजकीय आदर्श इंटर कॉलेज थराली, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज थराली, पिंडर पब्लिक स्कूल, शिशु मंदिर के छात्र-छात्राओं, स्थानीय व्यापारियों सहित ग्रामीणों को विकासखंड मुख्यालय पहुंचना मुश्किल हो गया है। वहीं भारी बारिश के कारण कई गांव में पेयजल समस्या उत्पन्न हो गई हैं।

स्थानीय प्रेम बुटोला, सामाजिक कार्यकर्ता विनोद रावत, सूना प्रधान कैलाश देवराडी, पूर्व प्रधान मोहन बहुगुणा, समाजसेवी गंगा सिंह बिष्ट ने बताया पिंडर नदी तथा प्राणमती नदी के रौद्र रूप को देखकर लोगों ने पूरी रात जाग कर काटी और लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है।

दूरभाष पर हुई वार्ता में लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता जगदीश चंद्र टम्टा ने बताया थराली-डूंगरी मोटर मार्ग को खोलने के लिए जेसीबी मशीन भेज दी गई है। जल्द ही सड़क खोल दी जाएगी, जिस से लोगों को आवागमन की असुविधा न हो।




[banner id="7349"]

Related Articles

Back to top button