कलयुग दर्शन (24×7)
नरेश कुमार मित्तल (संवाददाता)
रामनगर व आसपास के लोगो की रामनगर के संयुक्त चिकित्सालय को पीपीपी मोड से हटाने की मांग पूरी होने वाली है। जल्द ही 7 अक्टूबर से इस अस्पताल को सरकार द्वारा संचालित किया जाएगा जिसकी प्रक्रिया शुरू हो गई है।
गौर हो कि अस्पताल पर लगातार लापरवाही के आरोप लगते रहे है, जिसका विरोध आसपास के जनप्रतिनिधियों के साथ ही कांग्रेस ने भी इसको ppp मोड से हटाने को लेकर लगातार प्रदर्शन करती रही है। उसके साथ ही अस्पताल पर मरीजों के तीमारदारों द्वारा भी लगातार कई गंभीर आरोप लगते रहे हैं। आप लोगों के लिए खुशखबरी है।
अस्पताल में बदहाल व्यवस्थाओं को लेकर लगातार शिकायतें मिलने के बाद, सरकार ने इसे पीपीपी मोड से हटाने का फ़ैसला लिया है। रामनगर के रामदत्त जोशी राजकीय संयुक्त चिकित्सालय का आज जिले के सीएमओ डॉक्टर हरीश पंत व सीएमएस ने कर्मचारियों के साथ अस्पताल का निरीक्षण किया है।
इस दौरान उन्होंने पीपीपी मोड़ द्वारा अस्पताल में संचालित हो रही स्वास्थ्य सुविधाओं का भी जायजा लिया है। उन्होंने निरीक्षण के दौरान बताया हमारे यहां डीजी हेल्थ के वहां से आदेश आया है कि 7 अक्टूबर को पीपीपी मोड द्वारा अस्पताल को छोड़ रहे हैं।
इसी संदर्भ में यहां का निरीक्षण किया है। जैसे ही अस्पताल सरकार के अधीन आता है तो यहां स्वास्थ सुविधाओं को जनमानस के लिए बेहतर की जाएगी और मरीजो को सुविधाओ का लाभ भी मिलेगा।
अच्छी स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर सरकार ने इस अस्पताल को ppp मोड पर दिया था लेकिन तब से ही अस्पताल में लापरवाही के मामले लगातार प्रकाश में आते रहे जिसको हटाने को लेकर अस्पताल में कई जनप्रतिनिधियों के साथ ही विपक्ष ने भी कई प्रदर्शन किये।
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