कलयुग दर्शन (24×7)
सरविन्द्र कुमार (प्रधान संपादक)
कोलकत्ता। देहरादून के बाद अब भगवानपुर के एक नामचीन हॉस्पिटल मे एक दरिंदे का शिकार होने से एक बेटी बाल बाल बच गयी।
आपको बता दें कि भगवानपुर थाना क्षेत्र के एक नामचीन मेडिकल कालेज का है जहाँ एक सिक्योरटी गार्ड ने एक युवती को अपनी हवस का शिकार बनाने के लिये पैतरे चले जिसमे मोबाईल नम्बर से लेकर हाथ पकड़ने तक की वारदात शामिल है।
अब सवाल इस बात का है की नामचीन मेडिकल कॉलेज इतनी बड़ी लापरवाही कैसे कर सकता है जबकि इससे पहले भी एक मामला सामने आया था जिसमे महिला सम्मान के लिये कुछ नहीं बोल पाई मगर आज उसका उल्टा हुआ युवती ने आपबीती सीधे तौर पर फोन के जरिये मिडिया और पुलिस को बताया जिस पर कार्यवाही होना निश्चित है।
एक तरफ जहाँ राज्य वे केंद्र सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे लगाकर बेटियों के सुरक्षित होने के खोकले दावे कर रही हैँ।
वही कुछ हैवानियत के दरिंदे मोदी सरकार को बड़ी चुनौती दे रहे है। कलकत्ता के बाद देहरादून और अब हरिद्वार के भगवानपुर मे अगर बेटी हिम्मत ना दिखाती तो सुबह केंडल मार्च निकाला जाता जो हमारे राज्य के लिये शर्म की बात है।
अब सवाल किरदारों का है किस तरह मित्र पुलिस अपनी भूमिका निभाकर आरोपी गार्ड पर ठोस कार्यवाही करती है। अगर हॉस्पिटल मे ऐसा ही घिनोना खेल चलता रहा या ऐसे दरिंदो के हाथ मे सुरक्षा रही तो बहन बेटियां कभी सुरक्षित नहीं होंगी।
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