उत्तराखंड

हरिद्वार: “मानकों के माध्यम से विज्ञान सीखना” कार्यशाला का शुभारंभ, मानकों को बच्चों तक पहुंचना बेहद जरूरी: पूर्व कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक

कार्यशाला में कई जिलों के 80 से अधिक शिक्षकों ने किया प्रतिभाग

कलयुग दर्शन (24×7)

नदीम सलमानी (संपादक)

हरिद्वार। विधायक मदन कौशिक ने मानकों की पहुंच बच्चों तक पहुंचाने में शिक्षकों की भूमिका को काफी महत्वपूर्ण बताया है। भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा आयोजित- “मानकों के माध्यम से विज्ञान सीखना” कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में उन्होंने यह बात कही।

हरिद्वार, पौड़ी, टिहरी, चमोली, रुद्रप्रयाग और सिरमौर जिले के विभिन्न विद्यालयों में स्थापित स्टैंडर्ड क्लब के मेंटर व अन्य विज्ञान शिक्षकों ने इस कार्यशाला में भाग लिया। भूपतवाला स्थित एक निजी होटल में आयोजित कार्यक्रम में मदन कौशिक ने कहा कि शिक्षक इस तरह की कार्यशाला से सीखेंगे।

वह स्कूल में जाकर बच्चों को सिखाएंगे और इससे बच्चों को मानकों की जानकारी हो सकेगी। उन्होंने कहा कि भारतीय मानक ब्यूरो के पास विभिन्न वस्तुओं को प्रमाणित करने की जिम्मेदारी है। यह बेहद महत्वपूर्ण कार्य है और इससे देश विकास की राह में आगे बढ़ रहा है।

बीआईएस देहरादून शाखा के निदेशक व प्रमुख सौरभ तिवारी ने कहा कि इस तरह की कार्यशाला का उद्देश्य मानकों में निहित विज्ञान का सार बच्चों तक पहुंचाना है, जिसमें शिक्षक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि मानक बनाने की प्रक्रिया में बच्चे भी शामिल हों तथा अपने सुझाव दें, इसे लेकर स्कूलों में स्टैंडर्ड क्लब संचालित किए गए हैं।

कार्यशाला में बीआईएस के वैज्ञानिक सचिन चौधरी, रिसोर्स पर्सन अनन्त भास्कर व डा. मनीषा गर्ग ने बीआईएस तथा स्टैंडर्ड क्लब की गतिविधियों के संबंध में प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया। प्रतिभागियों को मानकों के माध्यम से विज्ञान सीखने को लेकर जानकारी दी गई।

कार्यशाला में शामिल प्रतिभागियों को भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा तैयार किए गए 52 लेसन प्लान उपलब्ध कराए गए। इनके आधार पर शिक्षक अब अपने विद्यालयों में बच्चों को मानकों के विषय में जानकारी उपलब्ध कराएंगे।




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