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हरिद्वार: शक के चलते पत्नी की हत्या में फरार चल रहे आरोपी पति को पुलिस ने किया गिरफ्तार

पाठल से कड़े वार कर आरोपी ने की थी अपनी पत्नी की जघन्य हत्या

कलयुग दर्शन (24×7)

सरविन्द्र कुमार (प्रधान संपादक)

हरिद्वार। एसएसपी के सशक्त नेतृत्व में लगातार सफल खुलासे कर सफलता के नए मानक स्थापित कर रही हरिद्वार पुलिस ने एक और शानदार खुलासा करते हुए थाना कनखल क्षेत्रान्तर्गत हुई विवाहिता के जघन्य हत्या प्रकरण में कामयाबी हासिल करते हुए आरोपी पति को कई दिनों की मेहनत के बाद दबोच लिया है। थाना कनखल क्षेत्रांतर्गत मोहल्ला गौरव विहार जमालपुर कलां स्थित मकान में सुरेन्द्र यादव की पत्नी का शव कमरे के फर्श पर लहू-लुहान अवस्था में पडा हुआ मिला था जिसे धारदार हथियार से वार कर नृशंस तरीके से मारा गया था। इस घटना से आसपास भारी भीड़ के साथ-साथ पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। पास मौजूद मृतका के दोनों बच्चों के मुताबिक जब वह स्कूले से दोपहर में घर आये तो घर के गेट व दरवाजे पर ताला लगा हुआ था। काफी देर इन्तज़ार करने के बाद भी जब माता-पिता नहीं आये तो उन्हें लगी भूख के चलते पडोसियों द्वारा पहले गेट का और फिर कमरे के दरवाजे का ताला तोड़कर देखा गया तो कमरे के अंदर की स्थिति देखकर हर कोई सहम गया जहां बच्चों की मां का लहूलुहान शव पड़ा हुआ था। शाम को मिली इस दु:खद सूचना पर थाना कनखल पुलिस, सीओ सिटी जूही मनराल के साथ तत्काल मौके पर पंहुची। पुलिस के आला अधिकारियों समेत फारेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर गंभीरतापूर्वक साक्ष्य बटोरते हुए आसपास लोगों से जानकारी ली एवं अन्य कार्रवाइयों में जुट गई।

प्रकरण के सम्बन्ध में मृतका के भाई महेश द्वारा दिये गये प्रार्थना पत्र के आधार पर थाना कनखल पर मु0अ0सं0 355/2024 धारा 103 BNS बनाम सुरेन्द्र यादव अभियोग पंजीकृत गया। महिला सम्बन्धी अपराधों के प्रति गंभीर एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा बीच शहर में हुए इस जघन्यहत्याकांड पर सीओ सिटी से पूरी जानकारी लेते हुए गठित की गई पुलिस टीमों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए और पूरे मामले में शुरुआत से ही नजर बनाए रखी। समय-समय पर जनपद में होने वाली बैठकों में इस हत्याकांड के खुलासे में लगी पुलिस टीमों के सामने आ रही प्रैक्टिकल दिक्कतों के बारे में वार्ता की गई। मोबाइल अथवा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का इस्तेमाल न करने पर मैन्युअल तरीके से पुलिस टीम द्वारा आरोपी सुरेंद्र को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा था लेकिन सुरेंद्र इतना शातिर था कि हर थोड़े दिन में अपना ठिकाना बदल दे रहा था जिस पर कप्तान द्वारा आरोपित सुरेन्द्र के लगातार फरार रहने पर उसके ऊपर 5000/- का ईनाम भी घोषित कर दिया था। मृतका के दो बच्चे (एक बेटी 16 वर्ष व एक बेटा 10 वर्ष) हैं। बच्चों को बेहतर स्कूल में पढ़ाकर अच्छी शिक्षा देना मृतका का सपना था जिसके चलते मृतका ने लोगो के घरों पर झाडू-पोंछा व बर्तन धोने का काम करना शुरु कर दिया था।

आरोपी पति सुरेंद्र जो अपनी मर्जी का मालिक था तथा कभी कभी ही काम पर जाता था, का अपनी पत्नी से अक्सर छोटी छोटी बातो में लड़ाई-झगड़ा होता रहता था। मृतका का दूसरे घरों में काम करने के लिए जाने व आत्मनिर्भर बनने से नाराज सुरेन्द्र अपनी पत्नी से जलन रखने लगा तथा उस पर बेवजह का शक कर उसके साथ आएदिन मारपीट करने लगा था। पुलिस द्वारा आरोपी सुरेन्द्र की तलाश हेतु हरिद्वार से पटना तक मुखबिर तन्त्र सक्रिय करने की जानकारी होने पर आरोपी पुलिस की भनक लगते ही गिरफ्तारी से बचने के लिए अपना ठिकाना बदल देता था। वह जहां भी जाता था उसके थोड़े ही समय बाद तेज़-तर्रार हरिद्वार ‘कनखल’ पुलिस वहां पर पहुंच जाती थी जिस कारण आरोपी को अपना ठिकाना बदलना पड़ता था इस बार-बार की दौड़ भाग से सुरेंद्र बेहद परेशान हो गया तो उसने बिहार से नेपाल भागने की योजना बनाई और अपने जरुरी कागजात लेने के लिए अपने गांव फुल्लेलपुर पटना में आने की सूचना पर पहले से ही एक्टिव पुलिस टीम ने हत्यारोपी सुरेन्द्र को दिनांक 01-12-2024 को ग्राम फुल्लेलपुर चौक, पटना बिहार बाजार से दबोच लिया और हरिद्वार लेकर आ गई।आरोपी सुरेन्द्र यादव मूल रूप से ग्राम फुल्लेपुर थाना अथमलगोला जिला पटना बिहार का रहने वाला है जो पिछले 20 वर्षो से हरिद्वार में रहकर ध्याडी मजदूरी का काम करता है।

आरोपी मैट्रिक पास है और हरिद्वार में रहकर पल्लेदारी (ध्याडी मजदूरी) का काम करता था लेकिन अपनी मर्जी का मालिक होने के कारण कभी काम करता था और कभी घर पर ही पड़ा रहता था।गिरफ्तारी के पश्चात हत्यारोपी सुरेन्द्र द्वारा जुर्म का इकबाल करने पर कनखल पुलिस ने उसकी निशांदेही से हत्या में प्रयुक्त पाठल, घटना के समय पहने कपडे तथा कमरे व गेट में लगाई गई ताले की चाबियां बरामद की गयी। करीब 20 वर्षों से हरिद्वार में रहने व काम करने पर आरोपी द्वारा अपनी और पत्नी की कमाई से कनखल क्षेत्र में जैसे-तैसे एक छोटा सा मकान बना लिया था लेकिन मां की मृत्यु और पिता की जेल जाने के बाद बच्चों के सामने परवरिश की बड़ी समस्या खड़ी हो गई जिस पर मामा महेश (वादी मुकदमा) द्वारा दोनों बच्चों को अपने साथ पटना बिहार ले जाया गया जहां उनकी देखरेख में बच्चों की परवरिश हो रही है।बीच शहर में हुए ‌इस जघन्य हत्याकांड को सुनकर, देखकर हर किसी का मन विचलित हो गया था। हर कोई चाहता था कि आरोपी जल्दी से जल्दी पकड़ा जाए जिसमें तेज़-तर्रार कनखल पुलिस सफल साबित हुई।हत्यारोपी को दबोचने में मिली सफलता पर स्थानीय जनता द्वारा कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के सधे हुए नेतृत्व एवं कनखल पुलिस की तत्परता व सीआईयू यूनिट, दोनों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की गई।

पुलिस टीम:-
1. CO City जूही मनराल
2. प्रभारी ciu दिगपाल कोहली
3. SO कनखल मनोज नौटियाल
4. चौकी प्रभारी जगजीतपुर चरण सिंह
5. उ0नि0 भावना पवांर
6. हे0का0 शूरवीर
7. कान्स0 उमेद सिहं
8. कान्स0 सतेन्द्र सिहं
9. कान्स0 प्रलव चौहान
10. कान्स0 सीआईयू वसीम




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