उत्तराखंडप्रशासन

उत्तराखंड: लोहाघाट क्षेत्र में सैकड़ो की संख्या में कोली झील पहुंचे पर्यटक मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसते रहे, प्रशासन की बताया नाकामी

कलयुग दर्शन (24×7)

सागर कुमार (सह संपादक)

देश में गर्मी बढ़ने के साथ ही लोग गर्मी से राहत पाने के लिए पहाड़ों का रुख कर रहे हैं। सैकड़ो की संख्या में दिल्ली, लखनऊ, बरेली, देहरादून, मुंबई, बेंगलुरु आदि शहरों से लोग लोहाघाट की प्रसिद्ध कोली झील पहुंचे। झील में सुबह से ही पर्यटकों का ताता लगा रहा है।

झील में पर्यटकों ने बोटिंग का आनंद उठाया तथा झील व लोहाघाट की खूबसूरती की जमकर तारीफ की। वही पर्यटक अरविंद सैनी, राजेश मल्होत्रा, सुप्रिया सैनी, मानसी, शीतल बतरा आदि ने कोली झील को नैनीताल से खूबसूरत बताया।

वहीं उन्होंने झील क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं का अभाव होने पर प्रशासन की ओर उंगली उठाते हुए कहा वे लोग इतना पैसा खर्च कर इतनी दूर से यहां आए बोटिंग की लेकिन उन्हें झील क्षेत्र में पार्किंग, शौचालय, पेयजल और रेस्टोरेंट जैसी मूलभूत सुविधाएं तक नहीं मिली जिस कारण पर्यटकों को खासकर महिलाओं व बच्चों को काफी ज्यादा असुविधा हुई।

महिला पर्यटक सुप्रिया व मानसी ने बताया उन्हें पास में रहने वाले लोगों का शौचालय इस्तेमाल करना पड़ा। उन्होंने कहा यह यहां के प्रशासन की बड़ी नाकामी है इसके अलावा गाड़ी खड़ी करने को पार्किंग की कोई सुविधा नहीं मिली जिस कारण पर्यटकों को मुख्य सड़क में अपने वाहन खड़े करने पड़े जिस कारण दिनभर जाम की स्थिति बनी रही।

उन्होंने प्रशासन से अपील करते हुए कहा झील क्षेत्र में पर्यटकों के लिए मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध की जाए तथा मनोरंजन के साधन बढ़ाए जाए। अच्छे रेस्टोरेंट खोले जाएं ताकि अधिक से अधिक पर्यटक आए और स्थानीय लोगों को अच्छा रोजगार मिल सके। वही पर्यटकों की भीड़ बढ़ने से नौका संचालकों के चेहरे खिले हुए नजर आए।

पर्यटक बोटिंग के लिए अपनी बारी का इंतजार करते रहें। कुल मिलाकर झील क्षेत्र में शौचालय जैसी सुविधा उपलब्ध न होने से महिला पर्यटकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन को संज्ञान लेना चाहिए क्योंकि झील को बने हुए लगभग 3 वर्ष पूरे हो चुके हैं। इन तीन वर्षों में प्रशासन शौचालय व पेयजल जैसी मूलभूत सुविधा पर्यटकों को नहीं दे पाया है, यह प्रशासन की बड़ी नाकामी है।




[banner id="7349"]

Related Articles

Back to top button