कलयुग दर्शन (24×7)
नदीम सलमानी (संपादक)
हरिद्वार। श्री पंचदश नाम जूना अखाड़े के वरिष्ठतम महामंडलेश्वर महायोगी पायलट बाबा का कल मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया है जिससे जूना अखाड़े सहित समस्त संत समाज व अखाड़े में शोक की लहर व्याप्त है।
जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्री महंत हरी गिरी महाराज के निर्देश पर जूना अखाड़े की पूरे प्रदेश में स्थित सभी शाखाओं, आश्रमों और मुख्य पीठों पर शोक सभा व शांति पाठ का आयोजन किया जा रहा है।
जूना अखाड़े द्वारा तीन दिन का शोक घोषित किया गया है। इन तीन दिनों में पायलट बाबा की आत्मा की शांति के लिए शांति पाठ हवन तथा विशेष पूजा अर्चना की जाएगी।
आचार्य महामंडलेश्वर अरुण गिरी आवाहन अखाड़ा भागंबरी मठ महंत बलवीर गिरी महाराज का कहना है कि कल उनको समाधि दी जाएगी। कई देशों से विदेशी स्वामी जी के भक्त हरिद्वार पहुंच रहे हैं।
जब भी कुंभ मेला होता था शाही स्नान ना हो या पेशवाई महाराज जी के साथ हजारों विदेशी श्रद्धालु उनके साथ चलते थे जो अपने आप में आकर्षण केंद्र बना होता था।
श्री महंत हरी गिरी महाराज ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि पायलट बाबा एक सच्चे योगी व समाज की देश की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहते थे। वह 1974 में विधिवत दीक्षा लेकर जूना अखाड़े में शामिल हुए और अपनी सन्यास यात्रा प्रारंभ की।
सन्यासी बनने से पूर्व पायलट बाबा भारतीय वायुसेना में पायलट के रूप में कार्यरत थे और उन्होंने 1962, 1965, 1971 के युद्ध में भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर के पद पर रहते हुए भाग लिया था।
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