कलयुग दर्शन (24×7)
दीपक झा (संवाददाता)
हरिद्वार। प्राचीन हनुमान घाट स्थित हनुमान मंदिर पर महंत रवि पुरी महाराज के संयोजन में हनुमान जयंती के अवसर पर भगवान श्री हनुमान जी का प्रकोटउत्सव बड़े धूमाधाम से मनाया गया। प्रकटोत्सव में पधारे अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी महाराज ने हनुमान चालीसा पाठ व भगवान श्री हनुमान जी की आरती करके विधि विधान से पूजा अर्चना की।
इस मौके पर महंत रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि कलयुग में भगवान हनुमान जी आराधना करने से भक्तों के सभी कार्य सिद्ध हो जाते हैं। कलयुग में हनुमान जी की शक्ति अपरंपार है। उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के सेवक, कार्य साधक भगवान हनुमान की महिमा अपरंपार है। कलयुग में हनुमान जी के स्मरण मात्र से ही भूत-प्रेत, पिशाच तथा अनिष्टकारी शक्तियाँ दूर भाग जाती हैं। हनुमान जी, ज्ञान, वैराग्य, बुद्घि के दाता की साधना के अनेक रूप प्रचलित हैं। अपने भक्तों की प्रार्थना से खुश होकर हनुमान जी अपने भक्तों के सभी कष्ट हर लेते हैं।
महंत रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि हनुमान जी भक्त होने के साथ-साथ राम जी के परम सेवक भी थे। इस स्वरूप की पूजा करने से भक्त के मन में कार्य और रिश्तों के प्रति सेवा और समर्पण की भावना जागती है।विद्यावान व गुणी-हनुमान जी के बारे में कहा जाता है विद्यावान गुनी अति चातुर। भाव हनुमंत लाल जी विद्वान, गुणी व बहुत चतुर हैं। वे मात्र विद्वान नहीं अपितु गुणवान भी हैं। वे उच्च आदर्शों से परिचित ही नहीं अपितु इन्हें धरण भी करते हैं। वे अपने वचन, व्यवहार, विचार से प्रभु श्रीराम जी के आदर्शों पर खरे उतरते हैं, क्योंकि अवगुणों से घिरी विचारधारा कभी भी कल्याणकारी नहीं हो सकती।
प्राचीन हनुमान घाट के हनुमान मंदिर के मुख्य महंत रवि पुरी महाराज ने सभी भक्तों को प्रसाद और आशीर्वाद देकर सभी भक्तों के अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी महाराज ने कांगड़ी स्थित श्री बालाजी धाम पहुंचकर महामंडलेश्वर प्रबोधानंद गिरि महाराज को व जगजीतपुर स्थित श्री सिद्धबली हनुमान मंदिर के परमाधायक्ष स्वामी आलोक गिरि महाराज को भगवान हनुमान जी के जन्मोत्सव की शुभकामनाएं।
[banner id="7349"]