कलयुग दर्शन (24×7)
सागर कुमार (सह संपादक)
देहरादून। मसूरी में स्स्पिना नदी के उद्गम स्थल पर डाले जा रहे सीवरेज और कचरे की खबर का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी देहरादून द्वारा एसडीएम मसूरी के नेतृत्व में टीम का गठन कर रिस्पना नदी के उद्गम स्थल का निरीक्षण कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिये गए। बुधवार को एसडीएम मसूरी डा. दीपक सैनी के निर्देशों पर जल संस्थान, जल निगम एवं नगर पालिका परिषद मसूरी की संयुक्त टीम ने मौसी फॉल कैचमेंट एरिया का संयुक्त रूप से निरीक्षण किया।
टीम द्वारा लंढौर साउथ में जल निगम द्वारा संचालित एसटीपी के होने वाले रिसाव.का भी निरीक्षण किया। इस दौरान एसटीपी से निकलने वाले एफ्लूएंट के भी नमूने जांच के लिए भेजे गए। टीम द्वारा नगर पालिका परिषद के द्वारा मसूरी टिहरी बाईपास रोड पर आइडीएच बिल्डिंग के पास बायो मीथेन प्लांट का भी निरीक्षण किया गया। यहां से होने वाले रिसाव के भी नमूने टीम द्वारा लिए गए।
टीम के साथ वाइनबर्ग ऐलन स्कूल और वुडस्टॉक स्कूल के प्रतिनिधि भी सम्मिलित थे। टीम द्वारा अवगत कराया गया कि मौसी फल के कैचमेंट से लिए गए विभिन्न पानी के नैनो की पेयजल के पैरामीटर तथा सीवेज के पैरामीटर पर टेस्टिंग कराई जाएगी तथा तथा अनुसार जो भी रिपोर्ट आएगी उस उप जिलाधिकारी को अवगत कराया जाएगा। इस मौके पर ग्राम पंचायत चामासारी के ग्राम प्रधान नरेंद्र मेलवान तथा ग्रामवासी भी उपस्थित थे।
मसूरी गढ़वाल जल संस्थान के सहायक अभियंता टीएस रावत रिस्पना नदी के कैचमेंट एरिया में पडने वाले सभी प्रतिष्ठानों की भी बारीकी से निरीक्षण किया जाएगा जिससे यह पता चल सके की रिस्पना नदी को कौन प्रदूषित कर रहा है। उन्होंने कहा कि जांच के बाद जो भी प्रतिष्ठान इसमें दोषी पाया जाएगा उसके विरुद्ध जुर्माना लगाने के साथ-साथ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
निरीक्षण के दौरान राजेश नैथानी अधिशासी अधिकारी नगर पालिका, वीरेंद्र बिष्ट सफाई निरीक्षक नगर पालिका परिषद मसूरी, अमित कुमार अधिशासी अभियंता, टी. एस. रावत सहायक अभियंता जल संस्थान, दीपक शर्मा कनिष्ठ अभियंता उत्तराखंड जल संस्थान, संदीप कश्यप अधिशासी अभियंता जल निगम, विनोद रतूड़ी सहायक अभियंता, उत्तराखंड जल निगम , नरेंद्र मेलवान ग्राम प्रधान, अमित पवार, रमेश धनाई, मुरारी रावत आदि लोग मौजूद रहे।
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