सड़क किनारे खड़ी गाड़ियों के कारण मसूरी मालरोड बनी पार्किंग जोन, लोगो ने जताई भारी नाराजगी
कलयुग दर्शन (24×7)
सागर कुमार (सह संपादक)
मसूरी माल रोड पर सड़क किनारे खड़े वाहनों के कारण मालरोड पार्किग जोन लगने लगा है जिससे लोगों में मसूरी पुलिस और प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्याप्त है। मसूरी माल रोड को सुंदर और व्यवस्थित किये जाने को लेकर सरकार द्वारा 7 करोड़ से अधिक की धनराशि खर्च की गई है।
वही मसूरी माल रोड से पटरी व्यापारियों को भी हटा दिया गया है जिससे मालरोड सुंदर लग सके और देश-विदेश से मसूरी घूमने आने वाले र्प्यटकों के साथ स्थानीय लोग भी मलारोड में आराम से चहलकदमी कर सके। परन्तु इन दिनों मालरोड पार्किग जोन बन गया है।
दो किलोमीटर की मालरोड में सडक के दोनो ओर चार और दो पहिया वाहन खडे हो रहे है। मालरोड पर सभी प्रकार के वाहनों का शाम 5 बजे से रात्री 10 बजे तक प्रतिबंधित है। परन्तु उसके बावजूद भी प्रतिबंधित समय पर मलारोड पर वाहन बेखौफ चलते हुए नजर आ रहे है।
मसूरी पुलिस द्वारा भी मीनी बस माल रोड के किनारे पर ही खडा किया जा रहा हैं जिससे लोगों में स्थानीय और पुलिस प्रशासन के प्रति भारी आक्रोश है। लोगों का कहना है कि माल रोड को सुंदर और व्यवस्थित किया जाने को लेकर जहां सरकार लगातार प्रयास कर रही है। वही मसूरी का स्थानीय और पुलिस प्रशासन द्वारा सरकार की योजनाओं पर पलीता लगाने का काम कर रहा है जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
मसूरी के वरिष्ठ नागरिक मदन मोहन शर्मा ने कहा कि मसूरी नगर पालिका के नियमों के अनुसार शाम 5 बजे से रात्रि 10 बजे तक माल रोड पर किसी भी प्रकार के वाहनों के चलन पर पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है परंतु देखा जा रहा है कि मालरोड पर सभी प्रकार के वाहन प्रतिबंधित समय में बिना किसी रोक टोक के चल रहे है। उनको कोई रोकने वाला नही है।
मालरोड के सड़क किनारे मालरोड के होटल और रेस्टारेंट संचालको द्वारा पार्किंग बना दी गई है जिससे मालरोड पार्किग जोन में तबदील हो गया है। उन्होने कहा कि स्थानीय और पुलिस प्रशासन की लापरवाही के कारण मालरोड के लिये बनाये गए नियमों की धज्जियां उड़ती हुई नजर आ रही है जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने स्थानीय और पुलिस प्रशासन से मांग की है कि मालरोड पर प्रतिबंधित समय पर सभी प्रकार के वाहनों पर प्रतिबंध लगाया जाये व मालरोड पर हो रहे वाहनों की पार्किग को तत्काल प्रभाव से हटाया जाये जिससे की मालरोड सुंदर और व्यस्थित हो सके और पैदल चलने वाले लोग मालरोड की सुंदरता और वातावरण का आंनद ले सके।
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