कलयुग दर्शन (24×7)
सागर कुमार (सह संपादक)
उत्तराखंड में मानसून सीजन के दौरान तमाम जगहों पर भूस्खलन और बाढ़ जैसी स्थितियों से निपटने की प्रशासन स्तर पर तैयारी की जा रही है। वहीं जोशीमठ में पूर्व में भू-धसाव की घटना के बाद विपक्ष सरकार से लगातार सवाल कर रहा है। सरकार बार-बार दावा कर रही है कि सब कुछ अब सामान्य हो गया है। भू-धसाव वाली जगह का पूरी तरह से ट्रीटमेंट कर दिया गया है।
मॉनसून सीजन आने वाला है। इसको देखते हुए जोशीमठ के लोगों की चिंता भी बढ़ने लगी है। कुछ समय पहले जोशीमठ में हुए भू-धसाव को देखते हुए वहां के लोगों में डर का माहौल बना हुआ है। लेकिन भाजपा सरकार का कहना है कि जोशीमठ में जो दरारें आई थी उन सभी की मरम्मत का कार्य पूरा कर लिया गया है और जोशीमठ सुरक्षित है।
भाजपा प्रवक्ता हनी पाठक ने कहा कि जोशीमठ में हुए भू-धसाव पर सरकार गंभीरता से कम कर रही है और जोशीमठ में आई दरारों को ठीक करने का काम पूरा कर लिया गया है। साथ ही उन्होंने बताया कि मानसून सीजन आने वाला है और प्रदेश सरकार ने सभी अधिकारी कर्मचारियों को निर्देश दिया है कि वहां के लोगों को मानसून सीजन में किसी भी दिक्कत का सामना न करना पड़े।
वहीं कांग्रेस ने जोशीमठ में हुए भू-धसाव को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल बिष्ट ने कहा कि जोशीमठ में आई दरारों को 2 साल का वक्त हो चुका है। अभी तक जोशीमठ का पुनर्वास नहीं हुआ है और वहां के लोगों को मुआवजा नहीं मिला है। लोग लगातार जोशीमठ में प्रदर्शन कर रहे हैं और अब मानसून भी आने वाला है। वहां की जनता डर के साए में जी रही है। जोशीमठ की जनता को सिवाए बयानबाजी और झूठे आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला है। सरकार की जोशीमठ के लिए कोई पारदर्शिता नजर नहीं आ रही है।
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