कलयुग दर्शन (24×7)
सागर कुमार (सह संपादक)
पहाडों की रानी मसूरी में मसूरी पुलिस द्वारा बस्तीयों और शहर के बाहरी क्षेत्रो में रहने वालो लोगो के साथ गेस्ट हाउस, होमस्टे में कार्य करने वाले लोगों को लेकर सत्यापन अभियान आरम्भ कर दिया है। जिसको लेकर मसूरी पुलिस द्वारा मसूरी के गडडी खाने और आसपास के क्षेत्र में भाी पुलिस फोर्स के साथ लोगों का सत्यापन किया गया।
जिसमें कई होमस्टे द्वारा होमस्टे के लायसेंस को रिन्यू नही करा गया था वह होमस्टे और गेस्टहाउस में कार्यरत का भी पुलिस वेरिफिकेषन नही करवाय गया था। जिस पर पुलिस द्वारा बिना लायसेंस रिन्यू के होमस्टे सचालकों के खिलाफ 10 हजार रुपये का चालान किया।
वही मकान मालिक के साथ होटल में कार्यरत कर्मचारियों का पुलिस वैरिफिकेषन नही कराये जाने पर पुलिस एक्ट की धारा 81 के अंतर्गत चालान किया गया। मसूरी पुलिस ने बताया कि मसूरी पुलिस द्वारा मसूरी के सभी क्षेत्र में सत्यापन अभियान चला रही है। ऐसे में अगर आपके घर में किराएदार रहते हैं या फिर आपने दुकान पर कर्मचारी रखे हैं, तो उनका पुलिस सत्यापन जरूर करा लें, नहीं तो आपको चालान भरना पड़ सकता है।
बिना सत्यापन के रहने वाले किराएदारों और फड़-फेरी वालों पर भी कार्रवाई की जा रही है। सत्यापन उन लोगों का कराया जा रहा है, जो किसी दूसरी जगह से अस्थायी तौर पर यहां रहने या नौकरी के लिए आए हुए हैं।
बढ़ते अपराधों को रोकने की दिशा में पुलिस ने यह अभियान चलाया है। उन्होने कहा कि पुलिसकर्मी रोजाना घरों में जाकर किराएदारों का और दुकानों में जाकर बाहर से आने वाले कर्मचारियों का सत्यापन चेक कर रहे हैं। यदि किसी मकान मालिक ने अपने किराएदार का सत्यापन नहीं कराया है, तो उसका चालान 10 हजार रुपये का किया जा रहा है।
मसूरी कोतवाल अरविंद चौधरी ने कहा कि पुलिस लगातार सत्यापन को लेकर लोगों को जागरूक कर रही है। मसूरी में पहले भी सत्यापन अभियान चलाया जा चुका है। इसके बावजूद जिन मकान मालिकों ने अपने किराएदारों का या दुकानदारों ने बाहर से आए कर्मचारियों का सत्यापन नहीं कराया है, उन पर चालानी कार्रवाई की जा रही है और फिर संबंधित का सत्यापन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सत्यापन करना बेहद जरूरी है, जिससे आपराधिक गतिविधियां रोकी जा सकती हैं।
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