कलयुग दर्शन (24×7)
सरविन्द्र कुमार (प्रधान संपादक)
उत्तराखंड मे माइनिग कंपनी को हटाने को लेकर आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। लगातार खनन ट्रांसपोर्टरो द्वारा माइनिंग कंपनी पर उत्पीड़न के आरोप लगाये जा रहे हैं जिसको लेकर ट्रांसपोर्टरो द्वारा धरना प्रदर्शन कर बिरोध किया जा रहा है। प्राइवेट माइनिंग कंपनी को लेकर विपक्षी पार्टी कांग्रेस के नेताओं ने भी इस पर सवाल खड़े किए हैं।
पिछले दिनों काशीपुर में हुए धरने प्रदर्शन के बाद बाजपुर में भी खनन ट्रांसपोर्टरो ने एक ट्रांसपोर्टर से मारपीट के बाद माइनिंग कंपनी के कर्मचारीयों पर मुकदमा दर्ज कराते हुए आक्रोषित होकर सड़कों पर उतर आए और आर पार के संघर्ष का ऐलान कर दिया।
जिसमें ट्रांसपोर्टरो के साथ सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता कुलविंदर सिंह किन्दा माइनिंग कंपनी के खिलाफ खड़े हो गए। जिसको लेकर बृहस्पतिवार को हजारो की संख्या मे खनन ट्रांसपोर्टरो ने भाजपा नेता के नेतृत्व में मंडी परिसर से शहर मे जुलूस निकालते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम राकेश चंद्र तिवारी को सौपा।
वही उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से मुख्यमंत्री से कार्रवाई करने की मांग की। खनन ट्रांसपोर्टरो की भीड़ देख प्रशासन को भारी मात्रा में पुलिस फोर्स तैनात करना पड़ा। वरिष्ठ भाजपा नेता एवं गुरुद्वारा सिंह सभा के प्रधान कुलविंदर सिंह किंदा ने तीन दिन पूर्व ही कहा कि ट्रांसपोर्टर 17 अक्टूबर को हजारों की संख्या में एकत्र होंगे।
किन्दा की अगुवाई में खनन ट्रांसपोर्टर हजारों की संख्या मे एकत्रित हुए। भाजपा नेता ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि माइनिग को भगाना है उत्तराखंड को बचाना है।
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