मसूरी: हेलमेट मैन ऑफ इंडिया के नाम से मशहूर राघवेंद्र सिंह पहुचे मसूरी, लोगों को सड़क सुरक्षा और हेलमेट पहनने के लिये किया जागरूक
कलयुग दर्शन (24×7)
नरेश कुमार मित्तल (संवाददाता)
मसूरी। हेलमेट मैन ऑफ़ इंडिया के नाम से मशहूर राघवेंद्र सिंह पहाड़ों की रानी मसूरी पहुंचे और यहां पर उनके द्वारा लोगों को सडक सुरक्षा के नियमों और दो पहिया वाहन चालकों को हेलमेट पहनने को लेकर जागरूक किया। उन्होंने मसूरी के गांधी चौक पर बिना हेलमेट चला रहे दो पहिया वाहन चालकों को रोका और उनको हेलमेट पहनने के लिये जागरूक किया व कई लोगों को उनके द्वारा हेलमेट भी दिया गया। सड़क हादसे में अपने दोस्त कृष्ण कुमार की मौत का उनके दिलो दिमाग में इतना गहरा असर हुआ कि उन्होंने सड़क सुरक्षा की मुहिम चलाने के लिए अपने घर तक को बेच दिया।
पिछले 10 सालों से देश के 22 राज्यों में लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने वाले राघवेंद्र कुमार इन दिनों मसूरी में अपने मिशन के लिए पहुंचे हैं। राघवेंद्र कुमार ने कहा कि 2014 में नोएडा में उनके करीबी मित्र बिना हेलमेट के सड़क पर बाइक चला रहे थे, तभी दुर्घटना का शिकार हो गए। इस हादसे में उनके दोस्त के सिर पर गहरी चोट लगने से मौत हो गई। इस घटना के बाद राघवेंद्र ने तय किया कि अब वह सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता अभियान चलाएंगे ताकि किसी और की इस तरह सड़क हादसे में मौत न हो। इस अभियान को उन्होंने अपनी जिंदगी का मिशन बना लिया।
राघवेंद्र ने बताया कि वह पिछले 10 वर्षों से देशभर के 22 राज्यों में अपनी इस मुहिम को चला चुके हैं। वह अब तक 65 हजार से ज्यादा हेलमेट बांट चुके हैं जिसको लेकर उनके द्वारा विष्व रिकार्ड भी बनाया है। वह उनके द्वारा इस मुहिम के तहम अब तक 35 जिंदगियों को बचाने में सफल हुए हैं। वह कहते हैं कि भारत में प्रतिदिन सैकड़ों जान सड़क हादसों में जा रही हैं, इसलिए लोगों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक होने की जरूरत है। राघवेंद्र ने इस काम को करने के लिए सबसे पहले अपनी नौकरी छोड़ी, उसके बाद नोएडा का अपना घर बेचकर सड़क सुरक्षा के प्रति जागरुकता अभियान को देशभर में चलाने का काम शुरू किया।
राघवेंद्र बिहार में अपनी 7 बीघा पुश्तैनी जमीन को भी इस अभियान के लिए बेच चुके हैं ताकि सड़क पर बिना हेलमेट के बाइक चलाने वाले ज्यादा से ज्यादा लोगों को हेलमेट निरूशुल्क बांट सकें। उन्होंने कहा कि उनको लक्ष्य है कि वह देश की एक अरब 40 करोड़ की जनता को सड़क सुरक्षा व हेलमेट पहनने के लिए जागरुक कर सके जिसके लिये वह भारत के विभिन्न क्षेत्रों में धूम धूम कर लोगो को सडक सुरक्षा और यातायात नियमों के बारे में जागरूक कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज भारत की सड़कों पर 1 घंटे में 20 लोग की मौत हो रही और उनमें से आठ लोग वह होते हैं जो बिना हेलमेट के होते हैं। उन्होने कहा कि मसूरी में भी लोग प्रकृति और सौंदर्य को देखने के लिए आते हैं।
मसूरी में भी ट्रैफिक का काफी लोड है ऐसे में यहां पर हर दो पहिया वाहन चालक को हेलमेट जरूर पहनना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोग सड़कों पर खुशियां लेकर निकलते हैं परंतु सड़क हादसे में अपने को खोने के बाद वह दुख झेलते है। उन्होंने कहा कि देशभर में साल भर में सड़क दुर्घटना में 1 लाख 70 हजार लोगों की मौत होती है जिसमें से 50 हजार लोग वह होते हैं जो घर के एकलोते होते हैं। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से उन्होंने 4 साल के बच्चे को हेलमेट पहनना का कानून पास कराया गया परंतु माता-पिता दो पहिया में ले जाते समय बच्चों को हेलमेट नहीं पहना रहे हैं।
अगर बच्चे बचपन से ही हेलमेट पहनने की आदत डालेंगे तो वह अपने पूरे जीवन में दो पहिया वाहन चलाते समय हेलमेट जरूर पहनेगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के डायरेक्टर मुख्तार मोहसिन द्वारा उनको उत्तराखंड रोड सेफ्टी का ब्रांड एंबेसडर बनाया है और वह उत्तराखंड के कोने-कोने पर जाकर लोगों को हेलमेट और सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय पर उत्तराखंड में जगह-जगह पर हेलमेट बैंक बनाया जाएगा जहां पर लोग दो पहिया चलाने को लेकर आधार कार्ड और टेलीफोन नंबर देकर हेलमेट ले जाए करेंगे और वापस लौटते समय वह हेलमेट वापस हेलमेट बैंक में जमा करेंगे जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लोग हेलमेट का प्रयोग कर सके।
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