उत्तराखंड

लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय में कुमाऊं विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय प्रशासन से नाराज छात्र-छात्राओं ने पेट्रोल माचिस लेकर किया प्रदर्शन

कलयुग दर्शन (24×7)

सागर कुमार (सह संपादक)

हल्द्वानी। लालकुआ क्षेत्र हल्दुचौड़ में स्थित लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय में कुमाऊं विश्वविद्यालय व महाविद्यालय प्रशासन से नाराज छात्र नेता ने कॉलेज परिसर की छत पर चढ़कर पेट्रोल व माचिस लेकर अपने साथियों के साथ प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। जिसके चलते परिसर में सनसनी फैल गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बमुश्किल छात्र नेता को नीचे उतार कर महाविद्यालय प्रशासन से वार्ता कराई। प्राप्त जानकारी के अनुसार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद व लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय के उपाध्यक्ष सचिन फुलारा ने हल्दुचौड़ स्थित लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय परिसर में अपने साथियों के साथ परिसर की छत पर पेट्रोल दियासलाई लेकर पहुंचा जहां से उन्होंने विभिन्न मांगों को लेकर धरना शुरू कर दिया जिसके चलते क्षेत्र में सनसनी फैल गई।

पुलिस अधिकारियों ने बमुश्किल सुनील फुलारा व उनके साथियों को छत से उतार कर महाविद्यालय प्रशासन से वार्ता कराई तब जाकर कहीं युवाओं में आक्रोश खत्म हुआ। छात्र नेता सचिन फुलारा ने बताया कि कुमाऊं विश्वविद्यालय ने अप्रैल माह में परीक्षा परिणाम घोषित किया तथा 2 मई से स्नातक व स्नातकोत्तर की सम सेमेस्टर की परीक्षा आयोजित कर दी। इस दौरान निर्वाचन ड्यूटी पर गए अध्यापकों ने एक भी क्लास बच्चों की नहीं ली, जिसके चलते छात्रों ने मांग की है कि उक्त परीक्षा की तिथि को आगे बढ़ाई जाए।

इसके अलावा उन्होंने बताया कि लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय में 1500 से अधिक छात्र-छात्राएं अध्ययन करते हैं जिसमें मात्र 15 कमरे हैं, परिसर काफी गंदा रहता है। उन्होंने कहा कि सिंगल फॉर्म में महाविद्यालय का नवनिर्मित भवन बनकर तैयार है सभी छात्र-छात्राएं उक्त परिसर में पढ़ना चाहते हैं, परंतु उक्त परिसर में लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय का स्थानांतरण नहीं कर रहे हैं, इसके साथ ही उन्होंने कहा समर्थ पोर्टल के माध्यम से बच्चों को काफी दिक्कतें आ रही हैं जहां कुमाऊं विश्वविद्यालय की गाइड लाइन में एक बच्चे का एक ही नामांकन होगा लेकिन समर्थ पोर्टल के चलते एक बच्चे के दो-दो नामांकन हो रहे हैं, समस्या देखने वाला कोई नहीं है।

उन्होंने आरोप लगाया कि कुमाऊं विश्वविद्यालय केवल डिग्री देने वाला बन गया है। पढ़ाई के नाम पर उक्त कुमाऊं विश्वविद्यालय कुछ भी नहीं कर रहा है, साथ ही उन्होंने क्षेत्र के विधायक व राज्य सरकार पर भी आरोप लगाया कि वह उक्त समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। इधर कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति डीएस रावत ने बताया कि दिसंबर माह में ही डेट शीट जारी कर दी थी जिसमें 30% का सिलेबस कम कर दिया गया था और अभी परीक्षा पीछे करने पर तमाम अन्य विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्राओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। लिहाजा परीक्षा अपने निर्धारित समय पर ही होगी।

इसके अलावा समर्थ पोर्टल में होने वाली दिक्कतों के लिए संबंधित छात्र स्वयं आकर भी मुझसे मिलकर समाधान कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि नामांकन दो होने पर कोई दो छात्र पूरे कुमाऊं विश्वविद्यालय के मुझ तक समस्या लेकर नहीं आए हैं। उन्होंने कहा कि परीक्षा की डेट शीट कुमाऊं विश्वविद्यालय से संबंधित सभी छात्र नेताओं को दिसंबर माह में ही दे दी, साथ ही विश्वविद्यालय की साइट में भी डाल दिया गया था। उन्होंने कहा कि यदि क्लासें नहीं हो रही हैं तो इसके लिए कभी किसी जनप्रतिनिधि ने उन्हें नहीं लिखा ना उन तक बात पहुंचाई। उन्होंने कहा कि यह केवल परीक्षाओं के समय ही इन बातों का आना कोई औचित्य नहीं है। श्री रावत ने कहा कि महाविद्यालय की नवनिर्मित भवन में स्थानांतरण का मामला राज्य सरकार द्वारा ही किया जाएगा।




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