उत्तराखंडप्रशासन

रामनगर कोतवाली परिसर स्थित अभिसूचना इकाई के कार्यालय में नियुक्त उपनिरीक्षक एवं मुख्य आरक्षी रिश्वत लेते रंगे हाथो गिरफ्तार

एलआईयू दरोगा और कांस्टेबल रिश्वत लेते गिरफ्तार

कलयुग दर्शन (24×7)

सरविन्द्र कुमार (प्रधान संपादक)

कोतवाली रामनगर परिसर में स्थित अभिसूचना इकाई (liu) के कार्यालय में नियुक्त उपनिरीक्षक एवं मुख्य आरक्षी को 2,000 रूपये रिश्वत लेते रंगे हाथो गिरफ्तार किया है। बता दें पुलिस उपाधीक्षक, सतर्कता अधिष्ठान, सेक्टर हल्द्वानी नैनीताल अनिल सिंह मनराल के पर्यवेक्षण में तथा निरीक्षक ललिता पाण्डे के नेतृत्व में विजिलेंस टीम द्वारा शिकायतकर्ता की शिकायत पर रामनगर जनपद नैनीताल में तैनात उपनिरीक्षक एलआईयू सौरभ राठी, जो निवासी म०नं0-04, छठी मंजिल आस्थान कालोनी, तेलीपुरा रोड, रामनगर जनपद नैनीताल एवं मुख्य आरक्षी एलआईयू गुरप्रीत सिंह पुत्र कश्मीर चन्द नि० ग्राम जोगीपुरा थाना बाजपुर जिला ऊधमसिंहनगर हॉल निवासी टेढ़ा रोड रामनगर जिला नैनीताल को शिकायतकर्ता से 2,000/- रूपये रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।

बता दें कि विजिलेंस की टीम को इन दोनों के बारे में लगातार शिकायत मिल रही थी जिसके बाद आज विजिलेंस की टीम ने शिकायतकर्ता के साथ मिलकर 2000 की रिश्वत लेते दोनों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। शिकायतकर्ता ने सतर्कता अधिष्ठान में शिकायत की थी कि मेरा पासपोर्ट बनाने के लिये सत्यापन अभिसूचना इकाई, रामनगर से होना था।

सत्यापन कराने के एवज में उपनिरीक्षक सौरभ राठी उपरोक्त द्वारा मुझसे 2,500 रूपये रिश्वत की मांग की जा रही है। दिनांक 19-07-2024 को पुनः उपनिरीक्षक से मिलने पर उनके द्वारा शिकायतकर्ता से 2000 रूपये रिश्वत देने को कहा गया है। प्रार्थी रिश्वत नहीं देना चाहता है। उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही चाहता है। उक्त शिकायत पर पुलिस उपाधीक्षक अनिल सिंह मनराल द्वारा शिकायतकर्ता के शिकायती प्रार्थना पत्र की जांच कराने पर तथ्य सही पाये जाने पर निरीक्षक ललिता पाण्डे के नेतृत्व में आज ट्रैप टीम का गठन किया गया।

शिकायतकर्ता से रिश्वत लेने पर ट्रैप टीम द्वारा नियमानुसार कार्यवाही करते हुये आज दिनांक 20-07-2024 को अभिसूचना इकाई रामनगर के उपनिरीक्षक सौरभ राठी उपरोक्त एवं गुख्य आरक्षी गुरप्रीत सिंह उपरोक्त को रंगे हाथो गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्तों के आवासों की खाना तलाशी की जा रही है व पूछताछ जारी है। उक्त प्रकरण में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत कर अनुसंधान किया जायेगा वहीं विजिलेंस के निदेशक सतर्कता डॉ० वी० मुरूगेशन महोदय द्वारा ट्रैप टीम को नगद पुरूष्कार से पुरूष्कृत करने की घोषणा की गयी है।




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