उत्तराखंड

मसूरी: हिलदारी संस्था द्वारा मनाया गया इंटरनेशनल वेस्ट पिकर डे, संस्था द्वारा पिकर्स को दिया गया सम्मान और गर्म जैकेट्स

कलयुग दर्शन (24×7)

नरेश कुमार मित्तल (संवाददाता)

देहरादून। मसूरी में इंटरनेशनल वेस्ट पिकर डे हिलदारी संस्था द्वारा मसूरी गनर पालिका परिशद और कीन संस्था के सहयोग से मनाया गया। इस दिन को कचरा चुनने वाले श्रमिकों की अहमियत को स्वीकारने और उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है।

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पालिकाध्यक्ष मीरा सकलानी नें मसूरी में कचरा चुनने वाले श्रमिकों को सम्मानित किया गया और उन्हें गर्म जैकेट्स और दस्ताने प्रदान किये गए ताकि वे सर्दी में सुरक्षित और आरामदायक रह सकें।

इस मौके पर मसूरी उप जिला चिकित्सालय के डॉक्टरों के सहयोग से स्वास्थ्य परीक्षण किया गया व मरीजों को निशुल्क दवा भी दी गई। पालिकाध्यक्ष मीरा सकलानी ने कहा कि स्वच्छता कर्मचारी किसी भी शहर की रीड की हड्डी होती है जिनके उपर शहर को स्वच्छ और सुंदर रखने के जिम्मेदारी होती है वह स्वच्छता कर्मी शहर की शान है।

उन्होंने कहा कि नगर पालिका प्रशासन द्वारा स्वच्छता कर्मियों को दी जानी वाली सभी सुविधाओं को समय से देने के निर्देश दिये गए है। उन्होने कीन संस्था से उनके स्वच्छता कर्मचारियों की उनकी क्षमता के अनुसार काम बांटने के निर्देश दिये वहां के सुपरवाइजर के कार्यो की भी मॉनिटरिंग करने के भी निर्देश दिये।

उन्होंने कहा कि 10 मार्च को बोर्ड बैठक में आयोजित होनी है जिसमें दैनिक स्वच्छता कर्मियों को 500 रुपये दिये जाने के प्रस्ताव का मंजूरी दी जायेगी। उन्होंने कहा कि मसूरी नगर पालिका में संचािलत ठेका प्रथा को समाप्त किये जाने को लेकर भी कार्य योजना तैयार की जा रही है।

हिलदारी से दीपक और वैभव ने बताया कि हिलदारी हर साल इंटरनेशनल वेस्ट पिकर डे को मसूरी के वेस्ट पिकरों क साथ मनाता है जिससे उनके द्वारा षहर को कचरा मुक्त करने में अपनी सहभागिता अपनाने में उनको प्रोत्साहित कर उनको उनका सम्मान किया जाता है। उन्होने बताया कि यह पहल कचरा चुनने वाले लोगों की कड़ी मेहनत और उनके योगदान को सम्मान देने के उद्देश्य से की गई थी। इस अवसर पर कई सामाजिक संगठनों और स्थानीय अधिकारियों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया और इन श्रमिकों के जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए आवश्यक कदम उठाने का वादा किया।

कचरा चुनने वाले लोग अक्सर सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े होते हैं, और उन्हें मूलभूत अधिकारों से वंचित किया जाता है। ऐसे में इस तरह की पहलें उनके अधिकारों और कल्याण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। उन्होने बताया कि इंटरनेशनल वेस्ट पिकर डे के अवसर पर मसूरी में कचरा चुनने वाले श्रमिकों के लिए एक मेडिकल चेकअप कैंप का आयोजन किया गया।

इस आयोजन का उद्देश्य कचरा चुनने वाले श्रमिकों की स्वास्थ्य स्थिति का मूल्यांकन करना और उन्हें चिकित्सा सहायता प्रदान करना था।कचरा चुनने वाले लोग आमतौर पर कठिन परिस्थितियों में काम करते हैं, जो उनकी शारीरिक और मानसिक सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती हैं। इस पहल के माध्यम से उनके स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी गई, जिससे उन्हें समय पर इलाज मिल सके और उनकी भलाई सुनिश्चित हो सके।

कार्यक्रम के दौरान, स्वास्थ्य जांच के अलावा, इन श्रमिकों को स्वच्छता, सुरक्षा उपायों और स्वास्थ्य संबंधी अन्य आवश्यक जानकारियाँ भी दी गई। इस पहल ने यह भी उजागर किया कि कचरा बीनने वाले लोगों की जीवनशैली में सुधार के लिए समग्र दृष्टिकोण की आवश्यकता है, जिसमें उनकी सुरक्षा और स्वास्थ्य को सबसे पहले महत्व दिया जाए।




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