कलयुग दर्शन (24×7)
सरविन्द्र कुमार (प्रधान संपादक)
अपर पुलिस महानिदेशक (अपराध एवं कानून व्यवस्था) उत्तराखण्ड के आदेशानुसार प्रदेश भर में चलाए जा रहे दो महीने के ऑपरेशन स्माइल अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोबाल (आई.पी.एस), हरिद्वार के दिशा निर्देशन में पुलिस उपाधीक्षक नगर श्रीमती जूही मनराल जी (नोडल अधिकारी ऑपरेशन स्माइल) के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक प्रदीप बिष्ट के प्रभार में पूर्व में जनपद हरिद्वार की ऑपरेशन स्माइल टीम प्रथम द्वारा दौराने भौतिक सत्यापन/तलाश गुमशुदा बालक-बालिका महिला पुरुष नगर कोतवाली हरिद्वार क्षेत्र से एक बालक और एक बालिका को रेस्क्यू किया गया था।
(1) बालक नेत्रपाल पुत्र राधे उम्र 16 वर्ष माता का नाम सरोज निवासी ग्राम चौमुंहा, निकट बालाजी मंदिर, मणि मोहल्ला, थाना जैत जिला मथुरा (उत्तर प्रदेश) जो कि 10 दिन पहले घर से बिना बताए कहीं चला गया था। जिसको परिजनों द्वारा काफी तलाश किया गया परन्तु कहीं से कोई पता नहीं चल पा रहा था। बालक की काउंसलिंग व बताए गए पते के अनुसार परिजनों की तलाश की गई तो टीम द्वारा बालक उपरोक्त के परिजनों को ढूंढने में कामयाब रही। पता चला कि बालक के पिताजी काफी बीमार चल रहे हैं जो कि चलने में असमर्थ है। इसलिए उन्होंने बालक को लेने के लिए अपने बड़े भाई के बेटे (भतीजे राकेश पुत्र दुर्गा सिंह निवासी उपरोक्त ग्राम चौमुंहा उपरोक्त) को भेजा है। साथ में उसके रिश्ते के चाचा कुशलपाल भी आए।
(2) बालिका पूनम पुत्री राजू उम्र 14 वर्ष माता का नाम फुलनदेवी जो कि पूर्व में टीम द्वारा रेस्क्यू की गई थी। जिसकी काउंसलिंग की गई तो उसने अपना पता बिहार बताया। बालिका को आदेशानुसार CWC के खुला आश्रय गृह ज्वालापुर में सरंक्षण दिया गया और एक टीम को बालिका पूनम के बताए गए पते पर परिजनों की तलाश हेतु रवाना किया गया परन्तु बालिका द्वारा गलत पता बताया गया इसलिए पता तस्दीक नहीं हो पाया। तत्पश्चात आदेशानुसार CWC के बालिका को मातरांचल में प्रविष्ट कराया गया। बालिका वहां से बिना बताए बाहर चली गई। इस सुचना पर तुरंत कार्यवाही करते हुए बालिका को फिर से पास से ही रेस्क्यू कर खुला आश्रय गृह ज्वालापुर में सरंक्षण दिलवाया गया और बालिका की दोबारा काउंसलिंग की गई तो बालिका ने चिट्ठीबनी गांव जालंधर पंजाब बताया। इस पर एक टीम को तत्काल जालंधर भेजा गया, बताए गए पते के अनुसार आखिरकार टीम बालिका पूनम के परिजनों के पास पहुंच गई। उनसे बात करने पर बताया कि हमारी बालिका पूनम लगभग एक माह से घर से बिना बताए कहीं चली गई थी जिसको उनके द्वारा काफी तलाश किया गया परन्तु कहीं भी कोई बेटी की जानकारी नहीं मिल पाई। आज जाकर पूनम के परिवार की आंखो में खुशी के आंसू आ गए। बालिका के परिजनों (माता फूलन देवी/पिता राजू मूल निवासी विजयगढ़ जिला अलीगढ़ उत्तर प्रदेश हाल पता ग्राम चिट्ठीबनी जालंधर पंजाब)को लेकर टीम हरिद्वार आज पहुंच गई।
ऑपरेशन स्माइल टीम द्वारा बालिका पूनम और बालक नेत्रपाल के परिजनों को लेकर बाल कल्याण समिति हरिद्वार के समक्ष प्रस्तुत किया गया जहां पर बालक/बालिका व उनके परिजनों की उचित काउंसलिंग की गई और बाद आवश्यक/विधिक कार्यवाही के बालक नेत्रपाल को उसके सगे चचेरे भाई राकेश पुत्र दुर्गा सिंह निवासी उपरोक्त। बालिका पूनम को उसकी माताजी श्रीमती फूलनदेवी व पिताजी श्री राजू निवासी उपरोक्त के सकुशल सुपुर्द किया गया। बाल कल्याण समिति टीम श्रीमती अंजना सैनी अध्यक्ष, मो0 नोमान साबिर जी सदस्य, श्रीमती मंजू अग्रवाल जी सदस्य, श्रीमती सोमा देवी जी। बालक/बालिका के परिजन अपने-अपने बालक/बालिका को देखकर बड़े खुश दिखाई दिए। बालकों के परिजनों द्वारा उत्तराखण्ड पुलिस जनपद हरिद्वार की ऑपरेशन स्माइल टीम और उच्चाधिकारियों का आभार जताया और खुशी-खुशी अपने गंतव्य को रवाना हुए। इस प्रकार उत्तराखंड पुलिस जनपद हरिद्वार की ऑपरेशन स्माइल टीम द्वारा बिछड़े बालक/बालिका को मिलाकर दो परिवार के चेहरे पर मुसकान लाई।
ऑपरेशन स्माइल टीम:-
1. हे का0 राकेश कुमार
2. म0हेका0 बिनीता सेमवाल
3. का0 मुकेश कुमार
4. का0 दीपक चन्द
5. का0 सुनील कुमार
6. मका0 बबीता
7. मका0 गीता
8. मका0 सुल्ताना
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