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उत्तराखंड: टनकपुर-बागेश्वर दूसरी रेलवे लाइन का फाइनल सर्वे हुआ शुरू, जाने किन-किन स्टेशनों से होकर गुजरेगी ट्रेन

कलयुग दर्शन (24×7)

सागर कुमार (सह संपादक)

उत्तराखंड में दूसरी रेलवे लाइन का फाइनल सर्वे शुरू हो गया है। कई चरणों में सर्वे के बाद कार्यदायी संस्था स्काई लार्क इंजीनियरिंग डिजाइनिंग प्राइवेट लिमिटेड की टीम ने रेलवे लाइन का फाइनल सर्वे शुरू कर दिया है। जानकारी के अनुसार तीन महीने के अंदर ही फाइनल सर्वे की रिपोर्ट तैयार कर रेलवे को सौंप दी जाएगी।

बहुप्रतीक्षित टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन के फाइनल सर्वे का काम शुरू हो गया है। कई चरणों में सर्वे के बाद अब कार्यदायी संस्था ने इसका अंतिम सर्वे शुरू कर दिया है। टनकपुर से बागेश्वर की ओर जमीन का चिह्नीकरण कर कार्यदायी संस्था टीम पिलर लगाने का काम कर रही है। बता दें कि तीन साल से रेलवे लाइन का सर्वे किया जा रहा है। रेलवे की ओर से सर्वे का काम नोएडा की स्काई लार्क इंजीनियरिंग डिजाइनिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को सौंपा गया है।

आपको बता दें कि प्रारंभिक सर्वे में 169.99 किलोमीटर लंबी लाइन की अनुमानित लागत करीब 44,140 करोड़ रुपए है। इसके लिए कुल 452 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। इसमें निजी जमीन 27 हेक्टेयर है। ये रेल लाइन 65 टनलों से होकर गुजरेगी। जिसमें सबसे बड़ी टनल पूर्णागिरि के पास करीब छह किलोमीटर लंबी होगी। इसमें कुल 135 पुल बनेंगे जिसमें से पांच बड़े पुल होंगे।

मिली जानकारी के अनुसार कंपनी की ओर से कई चरणों में सर्वे के तहत पहाड़ की टेस्टिंग, लेबल टेस्टिंग, रडार और ड्रोन से सर्वे किया गया। जिसके बाद पिलर लगाने का काम किया जा रहा है। रेलवे लाइन के लिए 40 मीटर चौड़ाई में जगह चिह्नित की जा रही है। 18 अप्रैल से टनकपुर से सर्वे का काम शुरू कर दिया गया है। गैंडाखाली के ग्रामीणों ने नदी किनारे से रेलवे लाइन बनाने की मांग उठाई है। जिसके चलते सर्वे का काम रोका गया है। गैंडाखाली में विरोध होने के बाद उक्त हिस्से को छोड़कर सर्वे कर पिलर लगाने का काम किया जा रहा है। बता दें कि गांव वाले इसे शारदा नदी के किनारे से बनाने की मांग कर रहे हैं। टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन 12 स्टेशनों से होकर जाएगी। ये रेल लाइन टनकपुर, पूर्णागिरि, चूका गांव, दियूरी, अमौन, सुला, बरुला, मलार, नाली माली, हटोली, पगना और बागेश्वर से होकर गुजरेगी।




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