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उत्तरकाशी पुलिस ने छात्र/छात्राओं को पढाया साइबर सुरक्षा का पाठ, साइबर धोखाधड़ी “डिजिटल अरेस्ट” के प्रति किया जागरुक

कलयुग दर्शन (24×7)

सरविन्द्र कुमार (प्रधान संपादक)

उत्तरकाशी। पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी के दिशा-निर्देशन में आमजन/ छात्र/ छात्राओं को साइबर सुरक्षा/ऑनलाइन धोखाधड़ी/महिला सम्बन्धी अपराध एवं अन्य सामाजिक कुरीतियों के प्रति जागरुक करने उद्देश्य से साइबर सेल/महिला हेल्पलाइन व कोतवाली मनेरी पुलिस टीम द्वारा स्वामी विवेकानन्द फाउंडेशन स्कूल गणेशपुर उत्तरकाशी में साइबर जनजागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।

इस दौरान साइबर सेल की टीम द्वारा स्कूली छात्र/छात्राओं एवं अध्यापकगणों को साइबर अपराध विशेषकर वर्तमान में प्रचलित “डिजिटल अरेस्ट” के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी देकर जागरुक किया गया। डिजिटल अरेस्ट के सम्बन्ध में जागरुक करते हुये टीम द्वारा बताया गया कि साइबर ठग कॉल करके अपने आप को पुलिस, सीबीआई या अन्य किसी क्राईम ब्रान्च का अधिकारी बताते हुये आपका किसी प्रकरण में संलिप्त होने के सम्बन्ध में बताकर डिजिटल अरेस्ट करने का झांसा देते हैं और फिर उससे बचने के लिए पैसो की मांग करते हैं।

 

याद रखें भारत में डिजिटल अरेस्ट सम्बन्धी कोई भी कानून या प्रावधान नहीं है। ऐसे किसी भी प्रकार की कॉल आने पर डरें नहीं, किसी के भी साथ अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा करें अथवा साइबर ठगों के बहकावे में न आएं। किसी भी प्रकार की वित्तीय साइबर ठगी होने पर तुरन्त साइबर हेल्पलाईन नम्बर 1930 पर कॉल करने हेतु बताया गया।

इसके अतिरिक्त म0उ0नि0 श्रीमती गीता द्वारा महिला अपराध एवं अधिकारों के प्रति जागरुक करते हुये बच्चों को पॉक्सो एक्ट, गुड टच बैड टच, बाल मजदूरी, उत्तराखण्ड पुलिस एप आदि के बारे में जानकारी साझा की गयी तथा आपातकालीन नम्बर 112 की जानकारी देते हुये किसी भी आपातकालीन स्थिति में उक्त नम्बर पर कॉल करने की हिदायत दी गयी। कार्यक्रम में उ0नि0 उमेश कुमार कोतवाली मनेरी द्वारा द्वारा छात्र/छात्राओं को नशे के दुष्प्रभाव एवं यातायात/सड़क सुरक्षा के प्रति विस्तृत जानकारी देकर जागरुक किया गया।




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