हरिद्वार: कोरीडोर के बाद होगा पाड टैक्सी और रोपवे पर काम, हरकी पैड़ी से चंडीदेवी के बीच प्रस्तावित है रोपवे
कलयुग दर्शन (24×7)
नदीम सलमानी (संपादक)
हरिद्वार के लिए प्रस्तावित कोरिडोर योजना कब अस्तित्व में आएगी यह अभी निश्चित नहीं है लेकिन इस योजना के अमल में आने तक शासन ने हरिद्वार के लिए प्रस्तावित दूसरी सभी बड़ी योजनाओं पर ब्रेक लगा दिए हैं। तीन हजार करोड़ की वृहद हरिद्वार गंगा कोरीडोर योजना पर अभी कई तरह की ऊहापोह बनी हुई है। विवाद और विरोध के चलते कोरीडोर योजना कब आरंभ और कब पूरी होगी यह अनिश्चित बना हुआ है लेकिन केंद्र की यह महत्वपूर्ण योजना प्रदेश सरकार की पहली प्राथमिकता में है। जिसके कारण शासन ने फिलहाल हरिद्वार के लिए प्रस्तावित दूसरी योजनाओं जैसे पाड टैक्सी, हरकी पैड़ी-चंडीदेवी रोपवे योजनाओं को फिलहाल ‘स्टे’ कर दिया है।
शासन में अपर सचिव चतर सिंह के अनुसार गंगा कोरीडोर का खाका तैयार होने तक इन योजनाओं को स्थगित कर दिया गया है। जिसके कारण यह योजनाएं अब कम से कम दो वर्ष पीछे खिसक गई हैं। कोरीडोर योजना का सरेंखण पहली बार दिसंबर 2022 में सामने आया था,जिसके बाद अगस्त 2023 में सरकार ने इसे मंजूरी दी। जिसमें हरकी पैड़ी को केंद्र में रखते हुए डेढ़ किलोमीटर परिक्षेत्र में पुनर्विकास की योजना है। योजना को जनवरी 2024 से शुरू होकर कुंभ 2027 से पूर्व पूरा किये जाने का लक्ष्य है।
पाड टैक्सी और चंडीदेवी रोपवे हैं बड़ी योजना
कोरीडोर योजना के लिए पाड टैक्सी और हरकी पैड़ी-चंडीदेवी रोपवे योजनाएं फिलहाल होल्ड पर हैं। इन्हें निरस्त नहीं किया गया है और इनका दस्तावेजी काम गतिमान है। दीनदयाल पार्किंग से चंडीदेवी मंदिर तक प्रस्तावित रोपवे पर बड़ा अवरोध बनी एनजीटी में अब इसको लेकर कोई वाद शेष नहीं है। उप्र सिंचाई विभाग के साथ भी इसपर सहमति बन चुकी है। 1540 करोड़ की पाड टैक्सी योजना भी अभी स्थगित की गई है। पीपीपी मोड पर बनने वाली इस योजना में बदलाव करते हुए अब सरकार इसको डेवलपर के साथ हाइब्रिड एन्यूटी (हेम) माडल में विकसित करने की तैयारी में है लेकिन इन योजनाओं पर अब कोई भी निर्णय कोरीडोर का खाका खिंचने के बाद ही होगा। कोरीडोर सहित सभी योजनाएं अभी पाइप लाइन में हैं। इनकी संकल्पना अभी कुछ भी फाईनल नहीं है। पाड टैक्सी योजना को लेकर वर्तमान स्थिति के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है।
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