उत्तराखंडप्रशासन

केदारनाथ रेस्क्यू ऑपरेशन की मुख्यमंत्री धामी स्वयं कर रहे हैं मॉनिटरिंग, रुद्रप्रयाग रेस्क्यू कार्यों में सेना ने बढ़ाया मदद का हाथ

सोनप्रयाग गौरी कुंड के बीच वाश आउट एरिया में पैदल पुल बनाने का कार्य शुरू

कलयुग दर्शन (24×7)

नदीम सलमानी (संपादक)

अतिवृष्टि से बाधित चल रहा चीरबासा हेलीपैड हैली सेवाओं के लिए हुआ तैयार। रेस्क्यू कार्यों को सुगमता से करने में मिलेगी मदद। केदारघाटी में अतिवृष्टि के बाद से कई मार्ग आवाजाही हेतु बंद हो गए थे। जिन्हें खोले जाने के लिए विभिन्न रेस्क्यू टीमें लगातार अभियान चलाए हुए है।

अतिवृष्टि के कारण केदारनाथ पैदल मार्ग के मुख्य स्थान चीरबासा हैलीपैड़ हैली सेवाओं हेतु पूर्णतः बाधित हो गया था। आज कमांडेंट एसडीआरएफ मणिकांत मिश्रा के नेतृत्व में एसडीआरएफ की टीम द्वारा बाधित हुए चीरबासा को हैली हेतु सुचारू कर दिया गया है जो रेस्क्यू टीमों के लिए बड़ी राहत है।

शनिवार दोपहर तक चीरबासा हैलीपैड़ से लगभग 8 से 10 बार हैली सेवा के माध्यम से रेस्क्यू कार्यों को अंजाम दिया जा चुका है। अब हैली सेवाओं के माध्यम से चीरबासा से रेस्क्यू कार्यों को और भी आसानी व सुगमता से किया जा सकेगा।

रुद्रप्रयाग रेस्क्यू कार्यों में सेना ने बढ़ाया मदद का हाथ, सोनप्रयाग गौरी कुंड के बीच वाश आउट एरिया में पैदल पुल बनाने का कार्य शुरू

केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर फंसे हुए यात्रियों को सुरक्षित रेस्क्यू करने के लिए शासन प्रशासन लगातार मुस्तैदी से कार्य कर रहा है। रेस्क्यू कार्यों में तेजी लाने के लिए अब सेना की भी मदद ली जा रही है।

जनपद में तैनात 6 ग्रेनेडियर यूनिट कर्नल हितेश वशिष्ठ के नेतृत्व में सेना। रास्तों को पुनर्स्थापित करने और पुल बनाने के अलावा सर्च ऑपरेशंस में मदद करेगी।

प्राथमिकता के आधार पर पहले सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच वाश आउट हुए मार्ग पर पैदल पुल बनाया जा रहा है। जिलाधिकारी सौरभ गहरवार, पुलिस अधीक्षक डॉ विशाखा अशोक भदाणे मौके पर इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं।

[metaslider id="7337"]


[banner id="7349"]

Related Articles

Back to top button