दलितों पर अत्याचार और समाजवादी पार्टी प्रतिनिधिमंडल पर सुनियोजित हमले के विरोध में प्रेस वार्ता

कलयुग दर्शन (24×7)
कलीम अंसारी (संवाददाता)
सहारनपुर। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के कार्यकाल में दलितों पर हो रहे उत्पीड़न और अत्याचार चरम पर पहुँच गए हैं। बुलंदशहर जनपद के गाँव सुनहेरा (कोतवाली देहात) में दलित परिवारों पर थार चढ़ा कर के एक बुजुर्ग महिला की हत्या व महिलाओं व पुरुषों को घायल करने वाली घटना पर समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवार से मिलने जा रहा था, जिसे अलीगढ़ के गभाना टोल प्लाजा पर प्रशासन द्वारा रोका गया और सत्ता संरक्षित गुंडों द्वारा जानलेवा हमला कराया गया।
अब इस हमले की जिम्मेदारी करणी सेना के युवा अध्यक्ष ओकेंद्र राणा ने खुलेआम स्वीकार की है। ओकेंद्र राणा ने न केवल हमले की जिम्मेदारी ली, बल्कि सपा सांसद श्री रामजी लाल सुमन को लेकर आपत्तिजनक बयान देते हुए कहा कि “दुख है कि वह बच गया।” इतना ही नहीं, ओकेंद्र राणा ने अखिलेश यादव जी के खिलाफ भी अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर धमकी दी कि “जब तक तोड़ेंगे नहीं, छोड़ेंगे नहीं।” यह न सिर्फ कानून व्यवस्था का मखौल है बल्कि लोकतंत्र की खुलेआम हत्या है।
समाजवादी पार्टी अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राहुल भारती ने सहारनपुर में आयोजित प्रेस वार्ता के माध्यम से निम्नलिखित माँगें रखी हैं: करणी सेना के ओकेंद्र राणा के खिलाफ देशद्रोह, हत्या के प्रयास, सांप्रदायिक वैमनस्य फैलाने जैसी गंभीर धाराओं में तत्काल मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की जाए। हमले में शामिल सभी असामाजिक तत्वों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाए। हमले में लिप्त अधिकारियों और पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच कर तत्काल निलंबन और दंडात्मक कार्रवाई की जाए। योगी सरकार दलितों के खिलाफ हो रहे अत्याचार पर मूकदर्शक न बने, बल्कि दोषियों पर कठोरतम दंड सुनिश्चित करे।
डॉ. राहुल भारती का कड़ा संदेश:
“हम पर हमला कर लोकतंत्र की आवाज को दबाया नहीं जा सकता। दलित समाज के अपमान का बदला लोकतांत्रिक तरीके से लिया जाएगा। अगर दोषियों के खिलाफ शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो समाजवादी पार्टी प्रदेशव्यापी आंदोलन छेड़ेगी, जिसकी जिम्मेदारी पूरी तरह से योगी सरकार पर होगी।” समाजवादी पार्टी दलितों के सम्मान, न्याय और संविधान की रक्षा के लिए अंतिम सांस तक संघर्ष करती रहेगी।
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