कलयुग दर्शन (24×7)
सागर कुमार (सह संपादक)
पहाड़ों की रानी मसूरी में भारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। मसूरी में देर रात से हो रही बारिश से मसूरी कोतवाली का एक बड़ा भाग भूस्खलन की चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हो गया है।
मसूरी कोतवाली में बना मां दुर्गा का मंदिर भी भूस्खलन की चपेट में आकर धराशाई हो गया। कोतवाली के नीचले हिस्से में खड़ी पुलिस कर्मियों की दो मोटर बाइक और सडक पर खडे करीब 7 रिक्शा मलबे की चपेट में आकर बूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए।
मसूरी कोतवाली के एक भाग और एलआइयू का कार्यलाय का भी खतरा पैदा हो गया है। मसूरी कोतवाल अरविंद चौधरी ने बताया कि देर रात को भारी बारिश के चलते मसूरी कोतवाली का एक बड़ा भाग भूस्खलन की चपेट में आ गया जिसमें कोतवाली में बना मा दुर्गाे का मंदिर और दो मोटर बाइक और करीब 7 रिक्षे क्षतिग्रस्त हो गए।
उन्होंने कहा कि घटना की सूचना उच्च अधिकारियों के साथ एसडीएम मसूरी को दे दी गई है व सुरक्षा के इंतजाम किये जा रहे है।
मसूरी मजदूर संघ के अध्यक्ष रणवीर सिंह चौहान ने बताया कि देर रात को कोतवाली मसूरी में हुए भूस्खलन की चपेट में करीब 7 से 8 रिक्षे आ गए जिससे वह पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए व रिक्शा चालकों को भारी नुकसान हो गया है।
उन्होंने कहा कि एक विधवा महिला जिसकी रोजी रोटी का साधन ही रिक्शा था। उसका रिक्शा पूरी तरीके से क्षतिग्रस्त हो गया है उन्होंने स्थानीय प्रशासन और सरकार से जल्द रिक्शा चालकों को मुआवजा देने के साथ नए रिक्षा देने की मांग की है।
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