रामनगर के फलपट्टी क्षेत्र में आमों की बहार, बगीचों की डालियां फलों से लकदक, ठेकेदारों के चेहरे पर दौड़ी मुस्कान
कलयुग दर्शन (24×7)
सागर कुमार (सह संपादक)
जी आई टैग वाली लीचीं के बाद अब रामनगर व आसपास के क्षेत्रों में इन दिनों बगानों में आम की बहार देखने को मिल रही है। इस बार रामनगर फलपट्टी में आमों की रिकॉर्ड तोड़ पैदावार हुई है, उद्यान विभाग को 33 हज़ार मेट्रिक टन से ज्यादा पैदावार होने की उम्मीद। आपको बता दें कि रामनगर का क्षेत्र लीचीं के लिए ही नही बल्कि आमों के स्वाद के लिये भी देश विदेश में जाना जाता है। इस बार आम का उत्पादन अच्छा हुआ है।
आम के बागों में इस साल पिछले साल से अधिक उत्पादन हुआ है। पिछले वर्ष किसानों को आंधी तूफान की वजह से नुकसान हुआ था, वहीं इस बार अच्छे मुनाफे की उम्मीद है। वहीं नैनीताल के रामनगर में फलपट्टी क्षेत्र में इस बार आम के बगीचे फलों से गुलजार हैं। इस मौसम में बगीचों की डालियां फलों से लकदक हैं। वहीं कुछ बगीचों में आम के फलों के बेहतर भाव मिलने की उम्मीद से उनके तोड़ने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। हिमालय के पायदान में बसे नैनीताल के रामनगर में करीब 1700 हेक्टेहर भूमि पर 1 लाख 70 हज़ार से ज्यादा आम के पेड़ लगे है। जिनमें मुख्य रूप से लंगड़ा, चौसा, कलमी, दशहरी आदि आमों की पैदावार होती है। वही बगीचे के ठेकेदार मोहम्मद आसिफ कहते हैं कि इस बार आम की फसल अच्छी लेने की उनको उम्मीद है। वह कहते हैं अगर भाव अच्छा मिला तो पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष मुनाफा ज्यादा होगा।
वही आम खरीदने आए लीलाधर शुक्ला कहते हैं कि मैं यहां आम खरीदने यूपी से आया हूं, वह कहते हैं कि यहां का आम का स्वाद अपने आप में अलग है। वह कहते हैं लखनऊ क्षेत्र में भी आम होता है लेकिन यहां का आम का साइज बड़ा और स्वाद अपने आप में गजब है। वहीं जानकारी देते हुए उद्यान विभाग के अधिकारी ए.एस परवाल का अनुमान है कि इस बार रामनगर में आम की पैदावार 33 हजार मेट्रिक टन तक हो सकती है।
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