भगवानपुर थाना क्षेत्र के सरकारी इंटर कॉलेज में छात्राएं बना रही मिड डे मील खाना, शौचालय में गंदगी, खुले में शौच जाने को मजबूर बच्चियां

कलयुग दर्शन (24×7)
मो. नदीम (संपादक)
हरिद्वार। भगवानपुर थाना क्षेत्र के सरकारी इंटर कॉलेज में छात्राएं बना रहीं खाना,शौचालयों में गंदगी, खुले में शौच को मजबूर बच्चियां शिक्षकों की लापरवाह शैली से उजड़ा बच्चों का भविष्य। हरिद्वार जिले की शिक्षा व्यवस्था की सच्चाई बयां कर रही हैं।
जहां एक ओर केंद्र और राज्य सरकारें ‘बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ’ और ‘स्वच्छ भारत’ जैसे अभियानों पर करोड़ों खर्च कर रही हैं, वहीं ज़मीनी हकीकत बेहद शर्मनाक है। भगवानपुर क्षेत्र के खेड़ी शिकोहपुर गांव स्थित राजकीय इंटर कॉलेज से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है, जहां छात्राएं रसोई में खुद खाना बना रही हैं और खुले में शौच जाने को मजबूर हैं।
छात्राओं को जहां पढ़ाई की चिंता होनी चाहिए, वहां उन्हें स्कूल में मिड-डे मील तैयार करने के लिए झोंक दिया गया है। ये दृश्य कैमरे में साफ कैद हुए हैं, जो बाल अधिकारों और बाल संरक्षण आयोग की धज्जियां उड़ाते हैं।
दूसरी तरफ, कॉलेज का शौचालय भवन, जिस पर करीब 4 लाख 50 हजार रुपये खर्च किए गए, वो पूरी तरह बेहाल है। बालिकाओं के लिए बने शौचालय की हालत इतनी खराब है कि वहां खड़ा रहना भी मुश्किल है- दुर्गंध, कीचड़ और गंदगी का अंबार है।
जब इस पूरे मामले पर खंड शिक्षा अधिकारी अभिषेक शुक्ला से बात की गई, तो उन्होंने इसे गंभीर मामला बताया और सख्त कार्रवाई की बात कही। हैरत की बात ये है कि बालिकाओं के शौचालय पर ताला डालकर शिक्षक खुद उसका इस्तेमाल कर रहे हैं। जब इस पर सवाल किया गया, तो गुरुजी के पास कोई जवाब नहीं था।
ग्राम प्रधान प्रतिनिधि शफात अली ने बताया कि ये स्टाफ की लापरवाही है, बच्चों के स्वास्थ्य और सम्मान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। भोजनमाता का भी साफ कहना है कि सफाईकर्मी की नियुक्ति नहीं हुई है, जिस कारण बच्चियों को खुले में शौच जाना पड़ता है ये किसी भी सभ्य समाज के लिए कलंक है।
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