नई उड़ान भारत फाउंडेशन ने जेल की महिलाओं के साथ मनाया करवा चौथ

कलयुग दर्शन (24×7)
सागर कुमार (सह संपादक)
हरिद्वार। समाज सेवा की दिशा में एक मिसाल पेश करते हुए नई उड़ान भारत फाउंडेशन, जो पूरी तरह से महिलाओं द्वारा संचालित संस्था है, ने हरिद्वार जेल में जाकर बंद महिलाओं के साथ करवा चौथ का त्योहार मनाया। यहां पहुंच कर इन महिलाओं ने सिर्फ त्योहार ही नहीं मनाया बल्कि उनका दर्द जाना ओर जाना की कैसे समाज और घर में महत्वपूर्ण साथ रखने वाली ये महिलाएं यहां रह रही है। वहीं इस संस्था की ख़ास बात यह है कि इससे जुड़ी महिलाएं किसी बाहरी फंडिंग पर निर्भर नहीं हैं वे अपने पॉकेट मनी और घर के खर्चों में से बचत करके समाज सेवा के कार्य करती हैं। उनकी यह छोटी-छोटी कोशिशें बड़ी संवेदनाओं को जन्म देती हैं। इस अवसर पर संस्था की सदस्यों ने जेल में बंद महिलाओं के बीच साड़ी, सूट, मेहंदी, श्रृंगार का सामान और अन्य आवश्यक वस्तुओं का वितरण किया, ताकि वे भी करवा चौथ जैसे पारंपरिक त्यौहार का हिस्सा बन सकें। संस्था की महिलाओं ने केवल वस्तुएं ही नहीं बांटीं, बल्कि उनके साथ समय बिताया, बातचीत की और एक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया।
इस दौरान माहौल भावनात्मक और आनंदपूर्ण दोनों रहा महिलाओं के चेहरों पर लंबे समय बाद मुस्कान देखने को मिली। वहीं लगभग तीन घंटे जेल में बिताने के बाद संस्था से जुड़ी महिलाओं ने बताया कि जेल में कैद महिलाएं बाहरी दुनिया से पूरी तरह कटी हुई हैं। ऐसे में करवा चौथ, दीपावली, भैया दूज जैसे पारिवारिक त्यौहार उन्हें अपने परिवार और बच्चों की याद दिलाते हैं। वहीं संस्था की अध्यक्ष विनीता गोनियाल, उपाध्यक्ष मानिक अरोड़ा, वरिष्ठ सदस्य गीता गोनियाल ओर महिलाओं का कहना है कि समाज के हर वर्ग को यह समझना चाहिए कि संवेदनशीलता और मानवीयता की कोई सीमा नहीं होती जेल की दीवारें भी अगर किसी के मन को छू लें, तो वही असली समाज सेवा कहलाती है। हरिद्वार की यह संस्था महिलाओं के आत्मबल और संवेदनशीलता का प्रतीक है। अपने सीमित संसाधनों के बावजूद ये महिलाएं लगातार ज़रूरतमंदों तक पहुँच रही हैं कभी वृद्धाश्रम में, कभी अनाथालय में, तो कभी जेल में जाकर उन चेहरों पर मुस्कान लाती हैं, जिन्हें समाज अक्सर भूल जाता है।
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