उत्तराखंड

विवाह संस्कार एक महत्वपूर्ण संस्कार है जो व्यक्ति के जीवन में एक नया अध्याय शुरू करता है: रंजीता झा

गृहस्थाश्रम का आधार ही विवाह संस्कार: डॉ संतोषानंद देव

कलयुग दर्शन (24×7)

सागर कुमार (सह संपादक)

हरिद्वार। संकल्प सेवा परमो धर्म ट्रस्ट की अध्यक्ष रंजीता झा ने विवाह संस्कार एक महत्वपूर्ण संस्कार है जो व्यक्ति के जीवन में एक नया अध्याय शुरू करता है और उसे सामाजिक और धार्मिक जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में मदद करता है। बताते चलें कि सामाजिक संस्थाओं में अग्रणी संकल्प सेवा परमो धर्म ट्रस्ट के तत्वावधान में सोमवार को संकल्प परिवार की सम्मानित वरिष्ठ सदस्य लीला रावत के भतीजे योगेन्द्र सिंह रावत पुत्र बेताल सिंह रावत का विवाह संस्कार गीता पुत्री रघुनाथ के साथ पूर्ण विधि-विधान से संपन्न कराया गया। अपने आशीर्वचन में श्री अवधूत मंडल आश्रम पीठाधीश्वर महंत महामंडलेश्वर डॉ स्वामी संतोषानंद देव महाराज ने कहा कि गृहस्थाश्रम का आधार ही विवाह संस्कार है। इस संस्कार के बाद वर-वधू अपने नए जीवन में प्रवेश करते हैं। यह केवल एक संस्कार नहीं है बल्कि यह एक पूरी व्यवस्था है।

इसी संस्कार के बाद से मनुष्य के चार आश्रमों में से सबसे अहम आश्रम यानी गृहस्थ आश्रम का आरंभ होता है। संकल्प सेवा परमो धर्म ट्रस्ट अध्यक्ष रंजीता झा ने कहा कि विवाह संस्कार में सहयोग सहयोग करने का अवसर मिलना संकल्प परिवार के लिए सौभाग्य की बात है। संकल्प परिवार हमेशा ऐसे पुण्य कार्य मे सहयोग के लिए तत्पर रहता है। ट्रस्ट के सचिव पं० तरुण शुक्ल ने कहा कि अल्प समय में ही संस्था की ओर से विवाह संस्कार संपन्न कराया गया है। विवाह संपन्न होने पर लीला रावत के साथ वर-वधु के माता पिता सहित परिवार के सदस्यों ने महामंडलेश्वर डॉ स्वामी संतोषानंद देव व संकल्प सेवा परमो धर्म ट्रस्ट की अध्यक्ष रंजीता झा सहित सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर कोषाध्यक्ष सुधा राठौर, सह सचिव अर्चना झा एवं परिवार के सदस्य व रिश्तेदार उपस्थित रहे। सभी लोगों ने वर वधु को आशीर्वाद व सुखी दाम्पत्य जीवन का आशीर्वाद दिया।

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