राष्ट्रीय सनातनी संगठन के पदाधिकारियों ने उत्तराखंड टॉपर बने डॉ० मयंक को ट्रॉफी देकर किया सम्मानित

कलयुग दर्शन (24×7)
सागर कुमार (सह संपादक)
हरिद्वार। राष्ट्रीय सनातनी संगठन के द्वारा उत्तराखंड में टॉपर रहे समाज सेविका संगीता प्रजापति के सुपुत्र डॉ मयंक द्वारा उत्तराखंड का टॉपर बनने पर संगठन के पदाधिकारियों ने संगठन की ओर से राष्ट्रीय सम्मान ट्राफी देकर सम्मानित किया। इस मौके पर आचार्य प्राणनाथ ने डॉ मयंक को अपना शुभाशीष देते हुये डॉ मयंक को परिश्रम कर ओर आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। डॉक्टर इंसान ही नहीं अपितु जानवरों के लिए भी भगवान के समान होता है। सम्मान समारोह में उपस्थित पंकज सैनी ने डॉ मयंक को अपना आशीर्वाद देते हुये कहा की डॉ का प्रथम कर्तव्य बीमार के प्रति सेवा भाव होता है उसे ध्यान में रखकर कार्य किया जाना चाहिए।
हॉस्पिटल में जाने के बाद इंसान को सिर्फ दो ही लोगों पर विश्वास होता है पहला ईश्वर जिसने इस चराचर को बनाया है और जिसकी मर्जी से सब चलायमान है और दूसरा डॉक्टर डॉक्टर अगर चाहे मरते हुवे इंसान में प्राण फुक देता है और एक बिस्तर पर पड़े इंसान को नया जीवन दे देते है। सभा में उपस्थित मुकेश सैनी ने डॉ मयंक को अपना आशीर्वाद देते हुवे कहा की काबिल इंसान वही होता है जो अपने कार्य से अपनी पहचान बनाता है और आपने ऐसी लाइन चुनी है कि कभी कभी स्थिति आपके सामने ऐसी भी आयेगी कि आपको बिना पैसे के भी इलाज करना पड़ सकता है उस समय पर आप पैसे को न देख कर इंसान की जान बचाना ओर उनसे आशीर्वाद प्राप्त कर आगे बढ़ना।
संगीता प्रजापति ने संगठन के सभी प्राधिकारियों का धन्यवाद वक्त करते हुवे कहा के हमारा संगठन हमेशा ऐसे प्रतिभाशाली बच्चों का हौसला बढ़ाता रहेगा और हम सनातन सेवा के साथ रहेंगे, हमेशा गरीबों ओर बेसहारा का सहारा बनने का प्रयास करेंगे, डॉ मयंक ने भी सभी का अभिवादन किया ओर कहा मै कोर्स पूरा करने के बाद हमेशा इस बात का ध्यान रखूंगा के कभी किसी गरीब अमीर में अंतर न समझ कर सभी का समान इलाज करूंगा और अपने पेशे को कभी बदनाम नहीं होने दूंगा। इस मौके पर आचार्य प्राणनाथ, पंकज सैनी, संगीता प्रजापति, अश्विनी कुमार, मुकेश सैनी, किरण चौधरी आदि काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।
[banner id="7349"]