
कलयुग दर्शन (24×7)
विजय कुमार (ब्यूरो चीफ)
हरिद्वार। कनखल स्थित श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल में संत समाज की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक मे कई प्रमुख संत शामिल हुए और गंगा की पवित्रता बचाने तथा सनातन धर्म को आगे बढ़ाने पर चिंतन किया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए अखाड़े के कोठारी महंत जसविन्दर सिंह महाराज ने कहा कि समस्त प्राणी जगत के कल्याण के लिए धरती पर आयी मां गंगा मानवीय गलतियों के चलते लगातार प्रदूषित हो रही है। जीवनदायिनी मां गंगा का प्रदूषित होना चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि गंगा की पवित्रता बनाए रखना सभी देशवासियों का कर्तव्य है। गंगा को प्रदूषण मुक्त करने और सनातन धर्म में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने के लिए संत समाज को एकजुट होकर प्रयास करने होंगे। सभी संत अपने भक्तों को गंगा की पवित्रता के प्रति जागरूक करें।
सनातन धर्म संस्कृति का अधिक से अधिक प्रचार करें। बाबा हठयोगी कहा कि धर्मनगरी हरिद्वार देवभूमि उत्तराखंड का प्रवेश द्वार है। प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु हरिद्वार में गंगा स्नान कर चारधाम यात्रा का शुभारंभ करते हैं। संतों की प्रमुख संस्था अखाड़ा परिषद के प्रमुख पदाधिकारी भी हरिद्वार में निवास करते हैं। ऐसे में हरिद्वार के संतों को आगे बढ़कर अखाड़ा परिषद के नेतृत्व में गंगा और सनातन धर्म के प्रति अपनी जिम्मेदारी को निभाना चाहिए। बाबा हठयोगी ने कहा कि सनातन धर्म को बचाने के लिए केंद्र सरकार को देश में चल रहे धर्म परिवर्तन पर भी रोक लगानी चाहिए। स्वामी ऋषिश्वरानंद महाराज ने कहा कि 2027 में हरिद्वार में होने वाले कुंभ मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को गंगा और सनातन धर्म के प्रति जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जाएगा। बैठक में संघ नेता अनिल वर्मा, महंत खेम सिंह, महंत प्यारा सिह, संत बलवीर ंिसंह सहित कई संत महंत शामिल हुए।
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