उत्तराखंड

विधवा महिला की पट्टे की ज़मीन से खनन माफियाओं ने उठाई कई सौ घन मिट्टी, अधिकारी बने मौन दर्शक

कलयुग दर्शन (24×7)

मो नदीम (संपादक)

हरिद्वार। पिरान कलियर क्षेत्र के रहमतपुर गाँव के पास रतमऊ नदी किनारे खनन माफियाओं का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। ताज़ा मामला एक विधवा महिला की श्रेणी-3 की पट्टे की ज़मीन से जुड़ा है, जहाँ खनन माफियाओं ने कई सौ घन मिट्टी उठा ली। खनन माफियाओं ने पट्टे की जमीन से मिट्टी उठाकर नदी का पानी उस तरफ मोड़ दिया है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि कई बार गुहार लगाने के बावजूद कोई अधिकारी सुनवाई के लिए तैयार नहीं है। पीड़ित महिला बती का कहना है कि करीब 20 साल पहले सरकार ने उसे श्रेणी-3 के अंतर्गत 8 बीघा ज़मीन आवंटित की थी। वह उसी ज़मीन पर गेहूं और धान की खेती कर अपने परिवार का पालन-पोषण करती थी। लेकिन नदी किनारे से गुजरने वाले नए हाईवे निर्माण के दौरान खनन माफियाओं ने उसके खेतों से मिट्टी निकालनी शुरू कर दी, और धीरे-धीरे पूरी ज़मीन को खोखला कर दिया। इस मामले में क्षेत्र पंचायत सदस्य नूर अली ने भी प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि, “यह मामला बेहद शर्मनाक है। एक गरीब विधवा की ज़मीन से मिट्टी लूटी जा रही है और प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।

ग्रामीण वसीम ने बताया कि यह खनन पूरी तरह अवैध है। उन्होंने इसकी सूचना खनन अधिकारी को दी, लेकिन न तो उन्होंने स्थलीय निरीक्षण किया, और बाद में फोन तक उठाना बंद कर दिया। वसीम के अनुसार, “अधिकारी इस मामले को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नजर नहीं आए। हमने सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत दर्ज की है, लेकिन अब तक कोई जवाब नहीं मिला।” वहीं कलाम टीम संगठन के ग्राम अध्यक्ष वसीम अंसारी ने कहा कि, “यह मामला पूरी तरह अन्यायपूर्ण है। एक गरीब विधवा महिला की मेहनत की ज़मीन को लूट लिया गया है और प्रशासन चुप है। हम इस अन्याय के खिलाफ गाँव के लोगों के साथ खड़े हैं। पीड़िता को इंसाफ मिलना ही चाहिए।” ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि पीड़ित महिला को न्याय नहीं मिला तो वे जॉइंट मजिस्ट्रेट कार्यालय के बाहर धरना देने को मजबूर होंगे। इस पूरे प्रकरण ने प्रशासन की कार्यशैली और खनन माफियाओं के बढ़ते हौसले पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

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