उत्तराखंड

ऋषिकुल आयुर्वैदिक फार्मेसी में विश्वकर्मा जयंती पर विशेष कार्यक्रम आयोजन

कलयुग दर्शन (24×7)

नरेश कुमार मित्तल (संवाददाता)

हरिद्वार। ऋषिकुल राजकीय आयुर्वैदिक फार्मेसी में बुधवार को विश्वकर्मा जयंती श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई गई। इस अवसर पर मशीन उपकरणों की विशेष पूजा और यज्ञ का आयोजन हुआ। पूरे परिसर में भक्ति और उल्लास का वातावरण रहा। फार्मेसी परिवार ने इसे स्वास्थ्य और जनकल्याण से जोड़कर मनाया।
“औषध निर्माण समाज सेवा का यज्ञ है” – डॉ. अशोक तिवारी
अधीक्षक डॉ. अशोक तिवारी ने पुरोहित की भूमिका निभाते हुए यज्ञ संपन्न कराया। उन्होंने कहा कि भगवान विश्वकर्मा सृजन और निर्माण के देवता हैं। औषध निर्माण भी एक यज्ञ है, जिसका उद्देश्य समाज का कल्याण और मानवता की सेवा है। उन्होंने कहा कि फार्मेसी की मशीनें केवल उपकरण नहीं बल्कि मानव कल्याण के साधन हैं। आज की पूजा का संकल्प है कि यहाँ बनने वाली औषधियाँ शुद्ध और प्रभावी होंगी और जनता के स्वास्थ्य की रक्षा करेंगी।


“औषधि में आस्था और सेवा भाव जरूरी”- डॉ. अवनीश उपाध्याय
निर्माण वैद्य डॉ. अवनीश उपाध्याय ने कहा कि भगवान विश्वकर्मा ने सृष्टि को आकार दिया और सृजन की कला सिखाई। औषध निर्माण भी उसी कला का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि जब औषधि श्रद्धा और शुद्धता से बनाई जाती है तो वह केवल दवा नहीं बल्कि स्वास्थ्य का आशीर्वाद बनकर समाज तक पहुँचती है। इस पूजा का उद्देश्य यही है कि फार्मेसी से निकलने वाली हर दवा में आस्था और सेवा भाव जुड़ा रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में उदय भान और विक्की सहगल का विशेष सहयोग रहा। दाता राम, अमन सिंह, चंद्र पाल और प्रिंस कुमार ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई। अंत में सभी कर्मचारियों और श्रद्धालुओं ने संकल्प लिया कि ऋषिकुल फार्मेसी की औषधियाँ समाज को स्वस्थ और सशक्त बनाने में योगदान देंगी।

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