उत्तराखंडप्रशासन

एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट हरिद्वार ने दो नाबलिक बालिकाओं व एक बालक का किया रेस्क्यू

कलयुग दर्शन (24×7)

सरविन्द्र कुमार (प्रधान संपादक)

हरिद्वार। एएचटीयू टीम ने दो नाबालिक बालिकाओं का रेस्क्यू कर उन्हें संरक्षण दिलाने का कार्य किया। इसी के साथ पिता की डांट से नाराज होकर हरिद्वार आए बालक का भी पुलिस ने रेस्क्यू किया है। जानकारी के मुताबिक कोतवाली नगर हरकी पौड़ी क्षेत्र से दो बालिका को एएचटीयू की टीम ने हरी पैड़ी क्षेत्र में अकेले घूमते हुए देखा। दोनों बालिकाएं जाने-वाले श्रद्धालुओं से खाने की वस्तु व पैसे मांग रही थी। टीम के पूछने पर दोनों ने नाम अंशिका पुत्री पिंटू उम्र 10 वर्ष निवासी अज्ञात व रेशमबानो उम्र 6 वर्ष पुत्री नाम पता अज्ञात बताया।

टीम ने दोनों का रेस्क्यू कर एएचटीय कार्यालय लाया गया। जहां पर बालिकाओं को विश्वास में लेकर उनके घर के संबंध में जानकारी की गयी। दोनों बालिकाएं अपने घर का पता नहीं बता पायीं। दोनों बालिकाओं को चिकित्सा परीक्षण के लिए जिला चिकित्सालय ले जाया गया। चिकित्सा परीक्षण के बाद बाल कल्याण समिति हरिद्वार के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जहां बालिकाओं को बाल कल्याण समिति हरिद्वार के आदेशानुसार मात्रांचल सदन हरिद्वार में संरक्षण दिलवाया। टीम बालिकाओं के परिजनों का पता लगाने में जुटी है।

पिता की डाट से नाराज होकर आए बालक का पुलिस ने किया रेस्क्यू:-
वहीं दूसरी ओर हरकी पैड़ी क्षेत्र गंगा घाट पर एक बालक को लावारिस हालत में बैठा होने की सूचना मिलने पर पुलिस ने बच्चे का रेस्क्यू कर उसे आश्रय गृह भिजवाया। पूछने पर बालक ने अपना नाम अमन पुत्र उमेश निवासी मितलोली तहसील बिसौली चंदौसी (मुरादाबाद) उत्तर प्रदेश बताया। बालक ने बताया कि वह दो दिन पहले अपने पिता के डांटने से घर से नाराज होकर ट्रेन से हरिद्वार आ गया।

पुलिस ने बालक की काउंसलिंग की। उसके बाद चिकित्सा परीक्षण के लिए जिला चिकित्सालय ले जाया गया। बालक को बाल कल्याण समिति हरिद्वार के समक्ष प्रस्तुत किया। पुलिस बालक के परिजनों कर रही है। बाल कल्याण समिति ने बालक को खुला आश्रय गृह ज्वालापुर के संरक्षण में दिलवाया गया।




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