उत्तराखंड

मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे की अध्यक्षता में जिला मुख्यालय विकास भवन सभागार में प्रगति समीक्षा की बैठक का किया गया आयोजन

कलयुग दर्शन (24×7)

सागर कुमार (सह संपादक)

हरिद्वार। जिला मुख्यालय, विकास भवन रोशनाबाद, हरिद्वार में मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती आकांक्षा कोण्डे की अध्यक्षता में जिला स्तरीय विभागीय प्रगति समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना के अंतर्गत वर्ष 2025-26 की वार्षिक कार्य योजना एवं बजट (AWPB) पर विस्तृत चर्चा की गई। साथ ही परियोजना के तहत संचालित विभिन्न उद्यमों (एंटरप्राइजेज) की प्रगति की समीक्षा की गई।

मुख्य विकास अधिकारी महोदया ने सभी खंड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे इन उद्यमों का स्थलीय निरीक्षण कर उनकी वास्तविक स्थिति की रिपोर्ट जिला मुख्यालय को प्रस्तुत करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि आवश्यकता अनुसार उपयुक्त उद्यमों का चयन किया जाए, जिससे महिला उद्यमिता को बढ़ावा मिल सके और महिलाएं अधिकतम लाभान्वित हो सकें। ग्रोथ सेंटरों को बेहतर ढंग से संचालित करने हेतु बहादराबाद बीएमएम को तीन दिवस के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए। साथ ही, ब्लॉक स्तरीय टीमों को भी आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए गए। मॉनिटरिंग को अधिक प्रभावी बनाने हेतु रीप परियोजना और एनआरएलएम के मध्य समन्वय स्थापित कर संयुक्त रूप से कार्य करने के निर्देश दिए गए।

बैठक में मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई), ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना तथा एनआरएलएम के आगामी लक्ष्यों की पूर्ति हेतु रणनीतियों पर विचार-विमर्श किया गया। मनरेगा योजना के अंतर्गत विभिन्न विभागों के साथ कन्वर्जेंस की संभावनाओं पर भी चर्चा की गई। मुख्य विकास अधिकारी महोदया ने निर्देशित किया कि सभी बिजनेस प्लान की व्यक्तिगत समीक्षा कर ब्लॉक टीम के माध्यम से परीक्षण किया जाए तथा रिपोर्ट समयबद्ध रूप से प्रस्तुत की जाए।

फार्म एवं नॉन-फार्म आधारित आजीविका गतिविधियों की सतत निगरानी करते हुए समूहों की प्रगति की रिपोर्ट भी नियमित रूप से भेजी जाए। उन्होंने मुख्य कृषि अधिकारी, हरिद्वार को निर्देश दिया कि वर्मी कम्पोस्ट खाद का अधिकतम लाभ महिला किसानों को प्रदान किया जाए। इसके अतिरिक्त, जेसीआई द्वारा प्राप्त जूट उत्पादों के संबंध में यह निर्णय लिया गया कि एक सीएलएफ, दूसरे सीएलएफ से किसी भी प्रकार का कमीशन तब तक नहीं लेगी जब तक ऑर्डर उनके संसाधनों के अनुरूप हों। भविष्य में मांग में वृद्धि होने पर उचित चार्ज निर्धारित किया जा सकता है।

बैठक में परियोजना निदेशक डीआरडीए श्री कैलाश नाथ तिवारी, जिला विकास अधिकारी श्री वेदप्रकाश, जिला पंचायत राज अधिकारी श्री अतुल प्रताप सिंह, जिला परियोजना प्रबंधक (ग्रामोत्थान) श्री संजय सक्सेना, डीटीई श्री सूरज रतूड़ी, सभी खंड विकास अधिकारी, समस्त सहायक प्रबंधक (ग्रामोत्थान) ब्लॉक मिशन प्रबंधक, डीपीओ सहित अन्य संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

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