
कलयुग दर्शन (24×7)
दीपक झा (संवाददाता)
हरिद्वार। कनखल स्थित श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल में गुरू गोविंद सिंह का अवतरण दिवस एवं चारों साहिबजादों का बलिदान दिवस श्रद्धापूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर अखाड़े में स्थित गुरूद्वारे में अखंड पाठ व शबद कीर्तन का आयोजन किया गया। अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज ने कहा कि सिख परंपरा बलिदान की परंपरा है। गुरू गोविंद सिंह का सघर्षपूर्ण जीवन और चारों साहिबजादों का बलिदान सबको देश व धर्म रक्षा की प्रेरणा देता है। उन्हांेने कहा कि गुरु गोविंद सिंह का प्रेम, एकता और भाईचारे का संदेश आज भी समाज को मार्गदर्शन प्रदान करता है। कोठारी महंत जसविंदर सिंह महाराज ने कहा कि सनातन धर्म की रक्षा के लिए सिख गुरुओं का बलिदान अमूल्य है।

अध्यात्म, सेवा, सच्चाई से परिपूर्ण गुरू गोविंद सिंह का जीवन राष्ट्र और धर्म रक्षा की अद्भूत गाथा है। उन्हांेंने कहा कि धर्म रक्षा के लिए चारों साहिबजादों का बलिदान सभी को अधर्म के खिलाफ संघर्ष की प्ररेणा देता है। महंत खेम सिंह एवं स्वामी केशवानंद ने कहा कि गुरु गोविंद सिह ने अत्याचारों के खिलाफ संघर्ष करते हुए धर्म की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित किया। सभी को महान गुरूओं के दिखाए मार्ग पर चलते हुए धर्म रक्षा का संकल्प लेना चाहिए। इस अवसर पर महंत निर्भय सिंह, महंत वीर सिंह, डा.स्वामी केशवानंद, महंत जसकरण सिंह, महंत खेम सिंह, संत गज्जन सिंह, संत सुखमण सिंह, संत गोपाल हरि, संत जरनैल सिंह, महंत अमनदीप सिंह, महंत गुरविंदर सिंह, महंत रंजय सिंह, संत वसण सिंह, संत गगनदीप सिंह, संत हरि सिंह, संत विष्णु देव सिंह मौजूद रहे।
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