उत्तरकाशी: 5 महीनों से जिला अस्पताल में डॉक्टर ना होने से मरीज परेशान, हायर सेंटर किए जा रहे रेफर
कलयुग दर्शन (24×7)
नरेश कुमार मित्तल (संवाददाता)
उत्तरकाशी। एक ओर उत्तरकाशी में जहां के जिला स्वास्थ्य विभाग से लगातार डॉक्टर के जाने का सिलसिला जारी है वही। दूसरी ओर सरकार उत्तरकाशी जिले में 500 बेड का अस्पताल तैयार कर रही है मगर देखा जाए तो उत्तरकाशी जिला अस्पताल सहित तमाम तहसीलों में 6 महीने से हड्डी के डॉक्टर ना होने से लोगों को आ रही है। दिक्कतें काफी समय से डॉक्टर को न होने से देहरादून रेफर किये जा रहे हैं।
वहीं बात की जाए महिला अस्पताल की तो वहां पर कभी समय से एक गाईनो के भरोसे व्यवस्था चल रही है साथ महिला अस्पताल के ओटी में काफी समय से सर्जन नहीं है जिसके कारण अधिकांश महिलाओं को देहरादून रैफर किया जा रहा है।
उत्तराखंड सरकार द्वारा लाखों का बजट जिला अस्पतालों पर लगाया जा रहा है मगर हकीकत तब सामने आती है जब उत्तरकाशी जिले में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा जिले के भटवाड़ी स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को 50 शैय्यायुक्त चिकित्सालय में उच्चीकृत किए जाने की स्वीकृति प्रदान की। राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को निरंतर विस्तार दिया जा रहा है।
मगर पहाड़ों में जिस तरह से डॉक्टर स्थाई नहीं हो पा रहे हैं जिसको लेकर रेड क्रॉस अध्यक्ष माधव प्रसाद जोशी ने बताया कि उत्तरकाशी जिला अस्पताल में डॉक्टर आने को तैयार नहीं है जिला अस्पताल में डॉक्टरों की सुविधाओं का ध्यान नहीं रखा जा रहा है जिसको देखते हुए लगातार डॉक्टर का उत्तरकाशी जिला अस्पताल से निकलने का सिलसिला जारी है।
वही सीएमएस प्रेम सिंह पोखरियाल का कहना है कि शासन को डॉक्टर ऑन की कमी को लेकर पहले ही जानकारी दी जा चुकी है पर यह सोचने वाली बात होगी की कब तक उत्तरकाशी में नये डॉक्टर की तैनाती हो पती है। उत्तराखंड सरकार चाहे कितने भी दावे कर ले पहाड़ों की तरफ डॉक्टर आने को तैयार नहीं है उत्तराखंड सरकार लाखों का बजट जिला अस्पतालों में लग रहे हैं मगर डॉक्टर कहीं भी उपलब्ध नहीं कर पा रही है
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