कलयुग दर्शन (24×7)
नरेश कुमार मित्तल (संवाददाता)
हरिद्वार। बांग्लादेश में हिन्दू अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार को लेकर हरिद्वार में एक बड़ा विरोध प्रदर्शन देखने को मिला जहां राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन और हिन्दू सामाजिक संगठनों ने विशाल प्रदर्शन किया। इस दौरान हजारों की संख्या में लोगों ने सड़क में उतरकर प्रदर्शन किया।
विरोध प्रदर्शन को सामाजिक संगठनों के साथ ही राजनैतिक, व्यापारिक और महिला संगठनों ने भी समर्थन दिया। ऋषिकुल मैदान से शुरू होकर आक्रोश रैली हर की पौड़ी पहुंची जहाँ हजारों की संख्या में लोगों ने बांग्लादेश के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।
इस रैली को भाजपा ने भी अपना पूरा समर्थन दिया। प्रदर्शन के बाद बांग्लादेश के मुद्दे पर कमिश्नर के माध्यम से लोगों ने राष्ट्रपति को 5 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में मांग की गई है कि भारत सरकार बांग्लादेश सरकार पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाए। इसके अलावा बांग्लादेश में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ कट्टरपंथियों द्वारा जबरन धर्मांतरण अपहरण और हिंसा रोकने के लिए बांग्लादेश सरकार प्रभावी कदम उठाए।
संयुक्त राष्ट्र मानव अधिकार परिषद द्वारा एक स्वतंत्र जांच आयोग गठित किया जाए जो बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों की निष्पक्ष जांच करें। इसके अलावा बांग्लादेश सरकारी सुनिश्चित करें कि धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा को न्याय के दायरे में लाया जाए और उन्हें कठोर सजा दी जाए।
अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस के आह्वान पर यहाँ हजारों लोगों ने बंग्लादेश में हिन्दू,बौद्ध, सिख, इशाई आदि अल्पसंख्यको पर हो रहे अत्याचार के विरोध में आम सभा कर जोरदार प्रदर्शन कर विशाल रैली निकाल कर बंग्लादेश सरकार को जमकर खरी खोटी सुनाई।
यहाँ सैकड़ों की संख्या में स्थानीय लोगों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों एवं दूर दराज तमाम क्षेत्रों से लोग यहाँ ऋषि कुल मैदान में एकत्र हुए जहां आम सभा कर जमकर बंग्लादेश सरकार के खिलाफ जमकर खरी खोटी सुनाई। जय श्री राम, जय बीर बजरंगी से पूरा हरिद्वार गुंजायमान हो गया।
वक्ताओं ने कहा बुलेट के आधार पर हिंदुस्तान पर कब्जा नही कर पाये तो बेलेट के आधार पर हिंदुस्तान पर कब्जा करना आज यही रफ्तार गति बैलेट के आधार पर हिंदुस्तान में हिन्दू समाज को कम करना और बैलेट के आधार पर सत्ता प्राप्त करना उनका शिष्टम बन गया है। इस अवसर पर विश्व हिंदू परिषद पदाधिकारी संत समाज भाजपा व हिन्दू संगठन से जुड़े लोग मौजूद रहे।
[banner id="7349"]