छात्रवृत्ति घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय की बड़ी कार्यवाही, एजुकेशनल सोसाइटी की एक करोड़ से अधिक की संपत्ति अटैच
सरविन्द्र कुमार (प्रधान संपादक)
कलयुग दर्शन (24×7)
सरविन्द्र कुमार (प्रधान संपादक)
उत्तराखंड। छात्रवृत्ति घोटाले में संबंधित रुड़की की वर्द्धमान एजुकेशनल सोसायटी की प्रवर्तन निदेशालय ने एक करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति अटैच की है। जानकारी के अनुसार यह सोसायटी रुड़की में दो तकनीकी संस्थानों का संचालन करती है। आरोप है कि इन शिक्षण संस्थानों में अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति के छात्रों का फर्जी तरीके से दाखिला दिखाकर करोड़ों की छात्रवृत्ति का घोटाला किया। इस रकम से सोसायटी ने कई तरह की चल-अचल संपत्तियों को अर्जित किया। इस मामले में ईडी पहले भी कई शिक्षण संस्थानों की संपत्तियों को अटैच कर चुकी है।
ईडी से मिली जानकारी के अनुसार इन शिक्षण संस्थानों ने अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति वर्ग के छात्रों का फर्जी तरीके से दाखिला दर्शाया। इसके बाद ट्यूशन फीस और तमाम शुल्क के नाम पर समाज कल्याण विभाग से छात्रवृत्ति हासिल कर ली। छात्रवृत्ति से अर्जित धन से संपत्तियों की खरीद हुई। जबकि, कुछ धन का प्रयोग चेयरमैन अधिकारियों ने अन्य कार्यों में किया। ईडी अब तक चार शिक्षण संस्थानों की करोड़ों रुपये की संपत्तियां अटैच कर चुकी है। बताया जा रहा है कि अब भी ईडी के राडार पर 50 से अधिक शिक्षण संस्थान हैं।
आपको बता दें कि वर्ष 2017 में छात्रवृत्ति घोटाला सामने आया था। सैकड़ों करोड़ रुपये से अधिक के इस घोटाले में वर्ष 2019 में एसआईटी का गठन किया गया। एसआईटी ने हरिद्वार और देहरादून के कई शिक्षण संस्थानों और सरकारी अधिकारियों के खिलाफ 100 से अधिक मुकदमे दर्ज किए। सभी मुकदमो में पुलिस की जांच लगभग पूरी हो चुकी है। ज्यादातर मामलों में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी है।
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