उत्तराखंडस्पोर्ट्स

मानसिक विकास, एकाग्रता और अनुशासन के माध्यम से विश्व स्तरीय सफलता प्राप्त की जा सकती है: डा.विशाल गर्ग

द्वितीय हरिद्वार ओपन रैपिड शतरंज प्रतियोगिता संपन्न

कलयुग दर्शन (24×7)

मो. नदीम (संपादक)

हरिद्वार। उत्कर्ष स्पोर्ट्स फेडरेशन द्वारा आयोजित द्वितीय हरिद्वार ओपन रैपिड शतरंज प्रतियोगिता का समापन हो गया। प्रतियोगिता में विभिन्न आयु वर्गों के खिलाड़ियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपनी उत्कृष्ट प्रतिभा, रणनीति और खेल भावना का प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता के अंडर-10 वर्ग में धैर्य नेगी ने प्रथम, दीपेश पटेल ने द्वितीय और शौर्य त्यागी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।

अंडर-13 वर्ग में लक्षिता प्रथम, सक्षम जैन द्वितीय व शौर्य नारायण शर्मा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। अंडर-15 वर्ग में अमोघ पांडेय प्रथम, दर्शित पांडेय द्वितीय व रूद्रांश मौर्य तीसरे स्थान पर रहे। वरिष्ठ नागरिक वर्ग में कुलदीप आचार्य ने प्रथम, क्रांति कुमार गुप्ता ने द्वितीय व कमर खान ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।

महिला वर्ग में गौरी मित्तल ने प्रथम, सान्वी यादव ने द्वितीय व रजिता सालेरा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। ओपन वर्ग के 10 शीर्ष खिलाड़ियों में अममान सिंह बख्शी प्रथम, अभिनीत सिन्हा दूसरे, विनय राज भट्ट तीसरे, अर्जुन अरोड़ा चौथे, रोहित सिंह राणा पांचवे, संजीव चौधरी छठे, राधव बद्रीनाथ सातवें, जगदीश प्रसाद श्रीवास्तव आठवें, अबीर सिंह राणा नवें और ललित सिंह लामकोटी दसवें स्थान पर रहे।

प्रतियोगिता के विभिन्न वर्गो के विजेताओं को पचास हजार रुपये की पुरस्कार राशि वितरित की गई। युवा, महिला और वरिष्ठ खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया। समाजसेवी एवं उत्तराखंड राज्य बॉक्सिंग संघ के उपाध्यक्ष डा.विशाल गर्ग एवं मां गंगा गोधाम सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष स्वामी निर्मल दास ने विजेता खिलाड़ियों को पुरूस्कृत किया और उनका हौसला बढ़ाया।

डा.विशाल गर्ग ने कहा कि शतरंज के खेल में मानसिक विकास, एकाग्रता और अनुशासन के माध्यम से विश्व स्तरीय सफलता प्राप्त की जा सकती है। उत्कर्ष्ट फेडरेशन के अध्यक्ष डा.मुकुल बेंजवाल, सवि राहुल बत्रा, उपाध्यक्ष प्रियांगी नैथानी, कोषाध्यक्ष ऋतिक त्रिपाठी, कार्यकारी अध्यक्ष राहुल अरोड़ा, वरिष्ठ मार्गदर्शक हीरा वल्लभ जोशी ने प्रतियोगिता में शामिल हुए सभी खिलाड़ियों, अभिभावकों और अतिथीयों का आभार जताया।

फेडरेशन के अध्यक्ष डा.मुकुल बेंजवाल ने कहा कि फेडरेशन का प्रयास है उत्तराखंड से कोई खिलाड़ी ग्रैंडमास्टर पद हासिल करे। प्रतियोगिता का आयोजन इसी दिशा में उठाया गया कदम है। उत्कर्ष स्पोर्ट्स फेडरेशन भविष्य में भी ऐसे आयोजन करते हुए युवा प्रतिभाओं को मंच प्रदान करने, खेल भावना को बढ़ावा देने और उत्तराखंड में शतरंज को नई ऊंचाई पर पहुँचाने के लिए प्रतिबद्ध है।

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