उत्तराखंड

वसुधैव कुटुंम्बकम् फाउंडेशन द्वारा राहगीरों को मीठे पानी की सेवा प्रदान की

कलयुग दर्शन (24×7)

अवधेश भूमीवाल (संवाददाता)

हरिद्वार। वसुधैव कुटुंम्बकम् फाउंडेशन की उपाध्यक्ष सोनिया अरोड़ा ने कहा, कार्यक्रम शुरुआत खुद से मै गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी के अवसर पर राधा माधव घाट सिंह द्वार पर छबील लगाकर राहगीरों को मीठे पानी की सेवा प्रदान की। इस दौरान दो दिवसीय शिविर लगाकर 8 से 9000 लगभग से अधिक लोगों कि सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ जिसमें हमारी संस्था का उद्देश्य समाज के हर वर्ग की सेवा करना है। इन पवित्र अवसरों पर, राहगीरों को पेय सेवा कर और उनकी प्यास बुझाने का कार्य किया गया और उन्होंने बताया महाभारत के समय में राहगीरों जब पांडव वनवास में थे, तब उन्होंने राहगीरों को पानी की सेवा की गई थी उनके द्वारा यह हमारे लिए एक प्रेरणा है बल्कि समाज में एकता और सौहार्द का संदेश भी दिया गया।

हम सभी से आग्रह करते हैं कि इस तरह के सेवा कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लें और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाएं। इसी पर एनजीओ की अध्यक्ष रेनू अरोड़ा ने छबील लगाने की परंपरा के बारे में बताया यह सेवा हमारे समाज में बहुत पुरानी है। गुरु अर्जुन देव जी के बलिदान और उनके द्वारा दिए गए वचन के अनुसार, आज भी देश के हर गांव और शहर में ठंडे मिठे पानी की छबीलें लगाई जाती हैं। गुरु जी ने कहा था कि एक समय आएगा जब उनके नाम पर हजारों लोग शरबत पिलाएंगे और लाखों लोग पिएंगे। यह सेवा और सहानुभूति का प्रतीक है। हमारी संस्था ने इस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए, इन पवित्र अवसरों पर लोगों की सेवा करने का प्रयास किया गया है।

वहीं एनजीओ की संगीता आहूजा निधि अग्रवाल द्वारा बताया गया की जगह-जगह छबील का कार्यक्रम करने के साथ-साथ वहां की सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी भी आयोजक खुद से करें अधिकतर देखा गया है की छबील लगने के बाद सड़कों पर डिस्पोजल गिलास आदि फेंक दिए जाते हैं जिससे कि हम अपने शहर में एक अच्छा कार्य करने के साथ शहर में गंदगी करने का कार्य भी कर रहे हैं जो कि हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम ऐसा ना करें और जो लोग मीठा पानी पी रहे हैं उन्हें भी सफाई के प्रति जागरूक करना चाहिए क्योंकि शहर हमारा है इससे स्वच्छ रखने की जिम्मेदारी भी हमारी है और हरिद्वार नगर निगम के सहयोग से शहर के अंदर सफाई व्यवस्था भी अच्छी की जा रही है। उसमें सहयोग करना चाहिए शहर के सभी सम्मानित समाजसेवियों से आग्रह किया गया कि आने वाले गर्मी के दिनों में समय-समय पर मीठे पानी की छबील, रसदार फल आदि बांटने का कार्य करें। इस तरह के सेवा कार्यों से समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारी बनती है और इस सेवा से न केवल लोगों की प्यास बुझाने के साथ मानवता के लिए भी यह पुण्य कार्य है इस सेवा में कनिका अग्रवाल, गुंजन अरोड़ा, विनीता सिकोरिया, रुचि तनेजा, निधि चावला, वंदना अरोड़ा, रिंकू शर्मा, महेंद्र शर्मा, रीना जोशी, काव्य जोशी, नीलम अरोड़ा, पंकज अरोड़ा आदि लोगों ने भी भाग लिया।

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