
कलयुग दर्शन (24×7)
सागर कुमार (सह संपादक)
हरिद्वार। जिला सहकारी बैंक लिमिटेड की प्रशासकीय समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता आकांक्षा कांडे ias बैंक प्रशासक/मुख्य विकास अधिकारी महोदया द्वारा की गई। बैठक में बैंक सचिव एवं महाप्रबंधक वंदना लखेड़ा द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 के बैंक द्वारा किए गए कार्यों का लेखा जोखा प्रस्तुत किया गया . जिसमें विशेष रूप से निम्नलिखित बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गई:
1. ऋण वितरण एवं वसूली – वर्ष 2024-25 के दौरान अल्पकालीन, मध्यकालीन एवं दीर्घकालीन ऋणों के वितरण तथा उनकी वसूली की प्रगति की समीक्षा की गई।
2. दीनदयाल उपाध्याय किसान कल्याण योजना – इस योजना के अंतर्गत किसानों को दी जा रही ब्याज मुक्त कृषि ऋणों के वितरण की समीक्षा की गई वर्तमान वित्त वर्ष में दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता किसान कल्याण योजना के अंतर्गत प्राप्त लक्ष्यों की 100% पूर्ति करने हेतु निर्देशित किया गया
3. वित्त पोषण की प्रगति रिपोर्ट – संबंधित समितियों के माध्यम से संचालित सभी ऋण योजनाओं की अद्यतन प्रगति रिपोर्ट प्रशासक महोदया के समक्ष प्रस्तुत की गई।
4. प्रभावी क्रियान्वयन हेतु निर्देश – प्रशासक महोदया द्वारा सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि योजनाओं का कार्यान्वयन समयबद्ध एवं परिणामोन्मुख हो।
5. एनपीए ऋणों की वसूली:- बैठक में एनपीए ऋण की वसूली में हो रही कठिनाइयों पर चिंता व्यक्त की गई। विशेष रूप से कंसोर्शियम ऋणों के अंतर्गत वितरीत ऋण की वित्तीय वर्ष में शून्य वसूली पर प्रशासक महोदया ने नाराजगी व्यक्त की और संबंधितो को शीघ्र कार्रवाई करने हेतु निर्देशित किया गया।
6. बैठक में प्रशासक/मुख्य विकास अधिकारी महोदया द्वारा 30 जून तक समितियां की अल्पकालीन एवं मध्यकालीन ऋण की मांग के अनुसार 100 प्रतिशत वसूली हेतु निर्देशित किया गया
अंततः यह भी निर्णय लिया गया कि आगामी वित्तीय योजनाओं की प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिए ग्रामीण एवं कृषक हितधारकों के साथ सीधा संवाद स्थापित किया जाएगा, ताकि योजनाओं का लाभ वास्तविक लाभार्थियों तक समय पर पहुंच सके।
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