
कलयुग दर्शन (24×7)
सरविन्द्र कुमार (सह संपादक)
हरिद्वार। ग्राम तेल्लीवाला में चोरों द्वारा बच्ची पर हमला किए जाने की घटना से पुलिस ने पर्दा हटा दिया है। पुलिस जांच में मामला चोरों द्वारा हमला न होकर आपस में ही दो नाबालिग बहनों के बीच रोटी बनाने को लेकर हुए विवाद का निकला। परिजनों के डर से बच्चियों ने चोरों के हमले की झूठी कहानी गढ़ी थी। उल्लेखनीय है कि 6 अगस्त को चौकी धनौरी पर ग्राम तेलीवाला में कुछ अज्ञात चोरों द्वारा तेजमिन के घर में घुसकर चोरी की घटना को अंजाम देते हुए उसकी पुत्री के सिर पर वार कर घायल करने की सूचना मिली थी। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल बच्ची को उपचार के लिए सिविल अस्पताल रुड़की ले जाया गया जहां से सिर पर गंभीर चोट होने के कारण उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी हरिद्वार ने शीघ्र मामले के खुलासे के निर्देश दिए गए थे। पुलिस टीम द्वारा घटना की जांच करते हुए ग्राम तेल्लीवाला में लोगों से पूछताछ कर गांव में लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला, जिसमे किसी संदिग्ध चोर, बदमाश का गांव में आना नहीं पाया गया।
घटना के दृष्टिगत बारीकी से जांच की गई तो पाया कि तेजमिन निवासी तेल्लीवाला का परिवार अपने कामकाज से बाहर गया था तथा घर में दोनों बेटियां अकेले थी, जिसमें रोटी बनाने को लेकर विवाद हो गया था। बड़ी लड़की के चोट ना होने के कारण मामला संदिग्ध प्रतीत होने पर फिल्ड यूनिट टीम को भी घटनास्थल पर बुलाकर बारीकी से निरीक्षण तथा जांच की गई। बड़ी लड़की द्वारा बार-बार अपने बयान बदलने के कारण शक होने पर उसकी माता के सामने पूछताछ की गई तो उसने बताया कि छोटी बहन रोटी बनाने को लेकर बार-बार परेशान कर रही थी तो हम दोनों बहनों का आपस में झगड़ा हो गया। जिसपर उसने हथौड़ी से उसके सिर पर वार कर दिया और फिर उसे साफ करके टांड पर रख दिया था। बच्ची की निशांदेही पर हथौड़ी बरामद कर ली गई। बच्ची ने बताया कि आजकल गांव व घरवालो से चोरों के आने की बात सुन रही थी, इसलिये मैंने अपनी छोटी बहन को डरा धमकाकर घर वालों को झूठी कहानी बताने को बोला। घायल बच्ची के अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद उससे भी पूछताछ की गई तो उसने भी यही बातें बताईं। पुलिस द्वारा दोनों बच्चियों की काउंसलिंग कर उसके माता-पिता के सुपुर्द किया गया।
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