
कलयुग दर्शन (24×7)
सरविन्द्र कुमार (सह संपादक)
हरिद्वार। जनपद वासियों और श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य से अब कोई समझौता नहीं होगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों पर चलते हुए स्वास्थ्य विभाग ने गुरुवार को जिलेभर में संचालित क्लीनिकों और अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर सख्त कार्रवाई की। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर.के. सिंह ने बताया कि नैदानिक संस्थानों से संबंधित मिल रही शिकायतों के निराकरण के लिए अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रमेश कुंवर की अध्यक्षता में एक जांच समिति गठित की गई थी।
इस समिति में पीसीपीएनडीटी जिला समन्वयक रवि संदल, राजन ठाकुर और कुलदीप बिष्ट को सदस्य बनाया गया। समिति ने जिलेभर में औचक निरीक्षण अभियान चलाया। निरीक्षण के दौरान मान्य डायग्नोस्टिक (बहादराबाद), ग्लोबल मल्टीस्पेशलिटी (लंढौरा) को मानक के अनुरूप संचालन न होने पर सील किया गया। वहीं दीप अल्ट्रासाउंड (सुल्तानपुर), यशलोक हॉस्पिटल (रुड़की), आर्यावर्त हॉस्पिटल (कनखल) में चिकित्सक अनुपस्थित पाए गए और मशीन चालू हालत में मिलने पर जुर्माना व नोटिस जारी किया गया।
इसके अलावा जिले की 19 नैदानिक संस्थाओं में नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर प्रत्येक पर 50-50 हजार का जुर्माना लगाया गया। इनमें लोटस हॉस्पिटल ज्वालापुर, एसएन पैथोलॉजी लैब बहादराबाद, मेडविन अस्पताल रुड़की, दून पैथोलॉजी लैब लंढौरा, खुशी हॉस्पिटल लंढौरा, लाइफ हेल्थ केयर हॉस्पिटल भगवानपुर-चंदनपुर, सहारा हॉस्पिटल मंगलौर, ग्रीन हॉस्पिटल मंगलौर, डिवाइन हॉस्पिटल मंगलौर, सिटी हॉस्पिटल मंगलौर, न्यू मिशन हॉस्पिटल मंगलौर, फैमिली हेल्थ केयर सुल्तानपुर, वेलनेस हॉस्पिटल इमलीखेड़ा और शिखर हॉस्पिटल इमलीखेड़ा शामिल हैं।
साथ ही चौहान एक्सरे क्लीनिक (लंढौरा), बालाजी एक्सरे सेंटर (लंढौरा), सहारा हॉस्पिटल (सुल्तानपुर), खुशी हेल्थ केयर (भगवानपुर) और लाइफलाइन अस्पताल (इमलीखेड़ा) की मशीनें जब्त की गईं और 50-50 हजार का जुर्माना लगाया गया। स्वास्थ्य विभाग की इस कार्रवाई में कुल 9 लाख 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया। अधिकारियों ने साफ चेतावनी दी है कि स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और आगे भी ऐसे औचक निरीक्षण लगातार जारी रहेंगे।
[banner id="7349"]