
कलयुग दर्शन (24×7)
विजय कुमार (ब्यूरो चीफ)
हरिद्वार। अखिल भारतीय वैष्णव अखाड़ा परिषद एवं निर्माेही अणि अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज ने केंद्र सरकार से अवैध धर्मांतरण के खिलाफ कठोर कानून बनाने की मांग की है। प्रैस को जारी बयान में श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज ने कहा कि भारत की महानता इसकी विविधता में निहित है। हजारों वर्षों से विभिन्न मत, पंथ, परम्पराएं और संप्रदाय भारत में फल-फूल रहे हैं। इस विविधता का आधार धार्मिक स्वतंत्रता है। लेकिन आज यह स्वतंत्रता धर्मांतरण के रूप में एक गंभीर संकट का सामना कर रही है। संविधान के के अनुसार, प्रत्येक व्यक्ति को अपने धर्म का पालन और प्रचार करने की स्वतंत्रता है। लेकिन प्रचार का अर्थ धर्मांतरण नहीं है। कुछ लोग धर्म प्रचार की आड़ में अवैध रूप से धर्मांतरण करने का प्रयास कर रहे हैं।
अवैध धर्मांतरण के मामले लगातार सामने भी आ रहे हैं। श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज ने कहा कि अवैध धर्मांतरण पर रोक लगाने के लिए केंद्र सरकार को कड़ा कानून लागू करना चाहिए। जिसमें कठोर सजा का प्रावधान हो। उन्होंने कहा कि कड़ा कानून लागू होने से ही देश की विविधिता कायम रहेगी। उन्होंने यह भी कहा कि धर्मांतरण के विरूद्ध समाज को जागरूक करने के लिए भारत का संत समाज देशव्यापी अभियान शुरू करेगा। प्रवक्ता महंत गौरीशंकर दास महाराज ने कहा कि अभियान में सभी वरिष्ठ ंसंत महापुरूष शामिल होंगे और समाज को जागरूक करेंगे। उन्होंने कहा कि इस दौरान कुरीतियों को दूर करने के लिए भी समाज में जनजागरण किया जाएगा।
[banner id="7349"]