इंसाफ की गुहार: धोखा-धड़ी के शिकार युवक ने की आत्महत्या का प्रयास, पत्नी ने थाने में तहरीर देकर लगाई इंसाफ की गुहार

कलयुग दर्शन (24×7)
अबलीश कुमार (सहारनपुर संवाददाता)
सहारनपुर। जिले के कोतवाली देहात क्षेत्र में एक बेहद गंभीर और चिंता जनक मामला सामने आया है, जिसने इलाके में सनसनी फैला दी है। प्रार्थीया फायजा, जो कि जावेद की पत्नी हैं, ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उनके पति को धोखा-धड़ी का शिकार होना पड़ा, जिसके चलते उन्होंने मानसिक तनाव के अत्यधिक दबाव में आत्महत्या करने का प्रयास किया। प्रार्थीया ने पुलिस को बताया कि लगभग चार माह पहले उनके पति जावेद की मारुति सुज़ुकी सियाज (नं. Uk 07BM 6329 ) कार दो व्यक्तियों द्वारा कुछ दिनों के लिए मांगी गई थी। आरोपियों में शामिल हैं सलमान पुत्र चाँद मियां और शादाब पुत्र अखलाख उर्फ काला। प्रार्थीया ने स्पष्ट किया कि आरोपियों ने कार बिना किसी अनुमति और जानकारी के बेच दी, जबकि उनके पति बार-बार कार लौटाने की मांग करते रहे। कई बार दबाव डालने और बातचीत करने पर आरोपियों ने स्वीकार किया कि कार बेच दी गई है, लेकिन न तो उसकी कीमत दी और न ही कार वापस की। इस पूरे घटनाक्रम और लगातार मानसिक प्रताड़ना के कारण जावेद इतने तनाव में आ गए कि उन्होंने आत्महत्या करने का प्रयास कर लिया। समय रहते प्रार्थीया ने उन्हें रोका और अनहोनी टली।
वर्तमान में जावेद गंभीर मानसिक दबाव और मानसिक पीड़ा का सामना कर रहे हैं। प्रार्थीया ने पुलिस को तहरीर में बताया कि जब जावेद के मित्र ने शादाब को फोन पर इस मामले की जानकारी दी, तो उसने धमकी भरे लहजे में कहा- “ना तो गाड़ी दूँगा और ना ही कीमत, चाहे पुलिस के पास जाओ या फाँसी पर लटक जाओ, मुझे कोई मतलब नहीं।” फायजा ने बताया कि उनका परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है और यदि भविष्य में किसी भी तरह की अनहोनी होती है, तो इसके लिए जिम्मेदार सलमान और शादाब होंगे। उन्होंने पुलिस से गुहार लगाई है कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी और त्वरित कार्रवाई की जाए ताकि उनका परिवार और उनके पति सुरक्षित रह सकें। इस घटना ने यह भी उजागर किया कि कैसे धोखा-धड़ी और धमकी किसी व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर असर डाल सकती है। प्रार्थीया ने पुलिस से अपील की है कि वे अपने कर्तव्य का पालन करते हुए आरोपियों को कानून के कटघरे में लाएं। यह मामला न केवल कानून और व्यवस्था की चुनौती पेश करता है, बल्कि समाज में बढ़ते धोखा-धड़ी और धमकी के मामलों के प्रति जागरूकता की भी आवश्यकता बताता है। पीड़ित परिवार इस मामले में न्याय की जल्द उपलब्धता की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
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