
कलयुग दर्शन (24×7)
सागर कुमार (सह संपादक)
रुड़की। गंगनहर किनारा स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर घाट में गोवर्धन पूजा एवं अन्नकूट महोत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया और सुख-समृद्धि की कामना की। गंगनहर किनारे स्थित श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में श्रद्धालुओं ने विधि-विधान से गोवर्धन पूजन की। मंदिर के मुख्य पुजारी राम गोपाल पाराशर ने पूजन कराया। मुख्य पुजारी ने बताया कि आज के दिन भगवान श्री कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी उंगली पर उठाकर के इंद्र के क्रोध से गोकुलवासियों की रक्षा की थी, तभी से यह पर्व प्रचलित हुआ। पूजा-अर्चना के बाद गंगा किनारे स्थित घाट पर श्रद्धालुओं को भगवान का प्रसाद भी भंडारे के रूप में वितरित किया।

धार्मिक कार्यक्रम में मंदिर समिति के अध्यक्ष सुभाष सरीन, व्यापारी नेता प्रमोद जौहर, प्रदीप परुथी, दमन सरीन, विजय सेठी, नरेश अरोड़ा, सरिता गोयल, राजबाला, राजकुमार, सुचि चांदनी व पुष्पा आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे। वहीं दूसरी ओर श्री संकट मोचन मंदिर में भी की गई गोवर्धन पूजा की गई। रामनगर स्थित श्री संकट मोचन मंदिर में भी भगवान गोवर्धन की पूजा विधि-विधान के साथ मंदिर के मुख्य पुजारी गोविंद ने कराई। श्रद्धालुओं ने भगवान गोवर्धन की भगवान पूजा-अर्चना कर परिक्रमा की। इस अवसर पर मंदिर समिति की ओर से श्रद्धालुओं को भगवान का प्रसाद भी वितरित किया गया, इसके अलावा नगर में अन्य स्थानों पर भी अन्नकूट महोत्सव का आयोजन किया गया।
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